केंद्रीय मध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की यूजीसी नेट परीक्षा में पेपर आउट होने का आरोप लगाते हुए इलाहाबाद के धूमनगंज में अभ्यर्थियों ने हंगामा किया और जीटी रोड पर जाम लगा दिया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाबुझाकर जाम खुलवाया। अभ्यर्थी लगातार पेपर आउट होने का आरोप लगा रहे थे। लखनऊ में कुछ अभ्यर्थियों ने पेपर लीक होने की बात उठाई। हालांकि यहां कोई हंगामे जैसी स्थित नहीं बनी। इसके अलावा कुछ परीक्षार्थी देर से पहुंचने के कारण प्रवेश नहीं पा सके। राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा(नेट) के लिए देशभर से 11.48 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है। परीक्षा 84 विषयों के लिए है। इसके लिए 91 शहरों में परीक्षा केंद्र हैं। पहला पेपर सुबह 9.30 बजे शुरू हुआ परीक्षा केंद्र में प्रवेश-पत्र और वैध पहचान पत्र के बिना प्रवेश पर रोक रही।
यूजीसी नेट परीक्षा में पेपर आउट होने का आरोप, जीटी रोड जामकर हंगामा
नेट परीक्षा में दो पेपर
जूनियर रिसर्च फेलोशिप और देशभर के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर बनने की पात्रता के लिए साल में दो बार नेट की परीक्षा आयोजित की जाती है। इस बार नेट की परीक्षा में बदलाव किए गए हैं। अब तीन की बजाय दो पेपर होंगे। पहले पेपर में 50 वस्तुनिष्ठप्रकार के अनिवार्य प्रश्न है। प्रत्येक प्रश्न 2 अंक के होंगे। यह पेपर उम्मीदवारों की तार्किक क्षमता, व्यापक, विभिन्न सोच और सामान्य जागरूकता का परिक्षण करने के लिए डिजाइन किया गया है। दूसरे पेपर में परीक्षार्थी द्वारा चयन किए गए विषय पर आधारित 100 वस्तुनिउश्त प्रकार के अनिवार्य प्रश्न हैं। सभी प्रश्न 2 अंक के लिए हैं। किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र में इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तु ले जाने की अनुमति नहीं है। इसमें घड़ी, मोबाइल, पेजर, कैलकुलेटर सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस शामिल है। परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा हॉल में समय देखने के लिए घड़ी होगी।