भारत और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों के बीच आज द्विपक्षीय क्षेत्रीय और रूस-यूक्रेन मुद्दे पर खुल कर बातचीत हुई है। भारत के दौरे पर आये यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा और विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच शुक्रवार को दो चरणों में बातचीत हुई। यूक्रेन और रूस के बीच फरवरी 2022 से युद्ध चल रहा है और इससे पूरी दुनिया को ऊर्जा खाद्य संकट का सामना करना पड़ा है।
भारत और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों के बीच आज द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और रूस-यूक्रेन मुद्दे पर खुल कर बातचीत हुई है। भारत के दौरे पर आये यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा और विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच शुक्रवार को दो चरणों में बातचीत हुई।
यूक्रेन ने भारत से मांगा सहयोग
यूक्रेन और रूस के बीच फरवरी, 2022 से युद्ध चल रहा है और इससे पूरी दुनिया को ऊर्जा, खाद्य संकट का सामना करना पड़ा है। यूक्रेन की तरफ से युद्ध को समाप्त करने के लिए एक शांति प्रस्ताव लाया गया है और विदेश मंत्री कुलेबा ने भारतीय विदेश मंत्री के समक्ष इस शांति प्रस्ताव के लिए सहयोग मांगा है। इस प्रस्ताव पर यूक्रेन की तरफ से एक अंतरराष्ट्रीय बैठक बुलाने की कोशिश की जा रही है।
कई मुद्दों पर हुई वार्ता
रूस के साथ बेहद करीबी संबंध होने के बावजूद भारत यूक्रेन के साथ रिश्तों में सामंजस्य बनाने में जुटा है। शुक्रवार को हुई बैठक में दोनों देशों के बीच नई परियोजनाओं के शुरू करने के विकल्प पर भी बात हुई है।
दो दिवसीय दौर पर भारत आए थे कुलेबा
कुलेबा गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे। हैदराबाद हाउस में दोनों पक्षों के बीच हुई मुलाकात के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है कि दोपहर में यूक्रेन के विदेश मंत्री के साथ बहुत ही खुल कर व विस्तार से बातचीत हुई है। हमारे बीच मौजूदा विवाद और इसके व्यापक असर पर भी बातचीत हुई है। हमने इस संदर्भ में चल रहे कई प्रयासों पर भी बात की है। दोनो के हितों से जुड़े क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर भी हमने बात की है। यूक्रेन के साथ समग्र मित्रवत रिश्ते व द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता भी दोहराई है।
जयशंकर ने जताई खुशी
प्रतिनिधि स्तर की बैठक में अपना भाषण देते हुए जयशंकर ने इस बात पर खुशी जताई है कि दोनों देशों के रिश्ते आगे बढ़ रहे हैं। विदेश मंत्री कुलेबा की यात्रा ने उस क्षेत्र की स्थिति को समझने का एक और अवसर दिया है। सनद रहे कि दोनों देशों के बीच कई स्तरों पर बात हो रही है।
पिछले साथ जब पीएम नरेन्द्र मोदी ने जापान में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की थी तब द्विपक्षीय संबंधों को दिशा देने के लिए एक अंतर-सरकारी आयोग के गठन का फैसला किया गया था। इस आयोग की भी बैठक हुई है।
द्विपक्षीय मुद्दों पर हुई गंभीर व विस्तृत चर्चाः यूक्रेन के विदेश मंत्रालय
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि, “दोनो विदेश मंत्रियों के नेतृत्व में द्विपक्षीय मुद्दों पर बहुत ही गंभीर व विस्तृत चर्चा हुई है। हमारी तरफ से शांति फार्मूला और इसके अगले कदम को लेकर जानकारी दी गई है। अंतर-सरकारी आयोग की भी बैठक हुई है जिसमें यह सहमति बनी है कि यूक्रेन पर रूस के हमले से पहले भारत-यूक्रेन के जो रिश्ते थे, उसे शीघ्रता से बहाल किया जाएगा। हम नई परियोजनाओं को चिन्हित करने पर भी बात कर रहे हैं जाति द्विपक्षीय रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाया जा सके।”