इंदौर एयरपोर्ट पर उड़ानों की संख्या बढ़ने पर अब देश के बड़े एयरपोर्ट की तर्ज पर यहां एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को हाईटेक बनाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेज दिया गया है। वहां से अनुमति आते ही काम शुरू किया जाएगा।
पिछले सात माह में इंदौर एयरपोर्ट पर ट्रैफिक बढ़ गया है। अब औसतन हर 15वें मिनट में यहां से एक विमान उड़ान भरता है या उतरता है। पीक आवर्स में इंदौर में तीन मिनट के अंतराल में दो विमान में उतरते हैं, लेकिन अभी यहां एटीसी की एक ही यूनिट काम करती है। अब दो सिस्टम लगाकर दो यूनिट शुरू करवाई जाएगी, ताकि बेहतर और सुरक्षित तरीके से विमानों का संचालन हो सके।
एयरपोर्ट प्रबंधन के मुताबिक छोटे शहरों में जहां विमानों की आवजाही कम होती है, वहां एक ही यूनिट होती है। इसे एरोड्रम कंट्रोल टॉवर यूनिट कहा जाता है। विमान के उड़ान भरने के पांच नॉटिकल माइल्स तक एप्रोच कंट्रोल सेंटर द्वारा उस पर नजर रखी जाती है। जब विमान अपनी ऊंचाई पर पहुंच जाता है, तो उसे एरिया कंट्रोल सेंटर के हवाले कर दिया जाता है। इसका एरिया बढ़ा होता है।
अभी इंदौर एयरपोर्ट अहमदाबाद एरिया कंट्रोल सेंटर में आता है। अब यहां पर खुद के अत्याधुनिक उपकरण लगाने के लिए पत्र लिखा गया है। इससे इंदौर हवाई क्षेत्र के अलावा बड़े क्षेत्र में आने-जाने वाले विमानों पर नजर रखी जा सकेगी।
अधिकारियों के मुताबिक विंटर शेड्यूल में विमानों की संख्या और बढ़ेगी, जिससे इंदौर में अत्याधुनिक सिस्टम लगाना जरूरी है । संभवतः जमीन मिलने के बाद बनने वाले नए एटीसी टॉवर में ये सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। शनिवार को वर्ल्ड एयर ट्रैफिक कंट्रोलर डे पर एयरपोर्ट पर कार्यक्रम भी रखे गए हैं