नैनीताल: डॉ शर्मा बोल रहे हैं.. जी। ..मैं यशपाल आर्य बोल रहा हूं..। नमस्कार, नमस्कार..ये बताइए मेरे क्षेत्र का मामला है जसवंती देवी है स्वच्छक है, उसका ट्रांसफर कर दिया है तो रिलीव क्यों नहीं किया जा रहा है। सीएमओ ने जब उनके ट्रांसफर के आदेश कर दिए हैं, तो आप क्यों नहीं रिलीव कर रहे हैं, मालूम है आपको मेरे क्षेत्र की है। ..आपके क्षेत्र की हैं तो सबकों गालियां तो नहीं बकेंगी न..किसको गाली बाकी उसने..सारे कर्मचारियों ने उनके खिलाफ लिखित शिकायत की है। आप सीएमओ के आदेश को नहीं मानेंगे। मानेंगे, क्यों नहीं मानेंगे..मैं सीएमओ से बात करता हूं तुझसे क्या बात करूं..।
पिछले कुछ दिनों से धड़ल्ले से वायरल हो रहे इस ऑडियो ने कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। मामला ये है कि एक व्यक्ति ने खुद को कैबिनेट मंत्री बताकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्साधीक्षक को फोन पर धमकाने का प्रयास किया, इससे चिकित्साधीक्षक तो सकते में आ ही गए, लेकिन कॉल रिकॉर्डिग से युवक बुरी तरह फंस गया है।
साक्ष्य जुटाकर चिकित्साधीक्षक युवक पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी में जुटे हैं। सरकारी अस्पताल के चिकित्साधीक्षक एचके शर्मा ने शुक्रवार को अस्पताल में कार्यरत महिला कर्मचारी के पुत्र के खिलाफ प्रशासनिक कार्यो में बाधा डालने की तहरीर पुलिस को सौंपी थी। इसी प्रकरण को लेकर रविवार को एक व्यक्ति ने स्वयं को कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य बताकर चिकित्सा अधीक्षक को फोन कर कहा कि उस महिला को वह रिलीव क्यों नहीं कर रहे हैं, महिला उनके क्षेत्र की रहने वाली है।
इस पर चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि इस बावत उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखा है तभी फोन करने वाले व्यक्ति ने तुझसे क्या बात करूं तेरे चिकित्सा अधिकारी से बात करूंगा कहकर फोन काट दिया। यह सुनकर चिकित्साधीक्षक हक्के बक्के रह गए। तत्काल फोन पर हुई वार्ता की कॉल रिकॉडिंग सुरक्षित कर कानूनी कार्रवाई की तैयारियों में जुट गए।