दिल्ली-एनसीआर को ताज नगरी से जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस-वे पर जल्द ही नॉन-स्टॉप सफर का मज़ा लिया जा सकेगा. प्राइवेट सेक्टर के इस एक्सप्रेस-वे पर जल्द ही टोल कलेक्शन की ऐसी सुविधा शुरू होने जा रही है कि आपको टोल प्लाजा पर भी रुकना नहीं होगा…
शुरु होगी फास्टैग सेवा
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस साल फरवरी में देशभर के नेशनल हाइवे पर ऑटोमैटिक तरीके से टोल कलेक्शन के लिए फास्टैग को अनिवार्य कर दिया था. लेकिन प्राइवेट सेक्टर का एक्सप्रेस-वे होने के चलते यमुना एक्सप्रेस-वे पर ये सुविधा उपलब्ध नहीं है. लेकिन बहुत जल्द अब इस एक्सप्रेस-वे पर भी फास्टैग से टोल भुगतान किया जा सकेगा. हालांकि नकद या डिजिटल तरीके से टोल पेमेंट की सुविधा भी चालू रहेगी.
तीनों टोल प्लाजा पर होंगी दो-दो लेन
यमुना एक्सप्रेस-वे के तीनों टोल प्लाजा पर शुरुआत में दो-दो लेन को फास्टैग के लिए आरक्षित किया जाएगा. नोएडा एक्सप्रेस-वे ऑपरेशंस के प्रमुख संतोष पंवार ने जानकारी दी कि ग्रेटर नोएडा और आगरा के बीच 165 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे की बाकी लेन में नकद या डिजिटल तरीकों से टोल का भुगतान चालू रहेगा. फास्टैग की सुविधा शुरू होने से फास्टैग लगी गाड़ियों को टोल प्लाजा पर बिना रुके आगे जाने में मदद मिलेगी.
जेपी इंफ्राटेक चला रही थी खुद का टोल बूथ
नोएडा एक्सप्रेस-वे ऑपरेशंस के प्रमुख संतोष पंवर ने बताया कि इस एक्सप्रेस-वे पर अभी तक जेपी इंफ्राटेक अपने टोल प्लाजा चला रही थी. अब एक्सप्रेस-वे की सब्सिडरी ने तीन टोल प्लाजा पर फास्टैग प्रणाली को लागू करने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के साथ हाल ही में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.
प्राधिकरण की तरफ से सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं. इस फैसले को लेकर यमुना प्राधिकरण के कार्यालय में कन्सोर्टियम बैंक और अथॉरिटी के बीच MOU साइन किया गया था. NHAI के सभी हाईवे पर फास्टैग की सुविधा पहले से उपलब्ध है. यह फैसला हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर जाम की परेशानी से बचने के लिए लिया गया है. फास्टैग की सुविधाा को अप्रैल के महीने में ही लागू किया जाना था लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस प्रोजेक्ट में देरी हुई है.
नोएडा से लखनऊ तक नॉन-स्टॉप ड्राइव
आगरा से लखनऊ के लिए बनाए गए एक्स्प्रेस-वे पर पहले से फास्टैग की सुविधा उपलब्ध है. अब नोएडा से आगरा को जोड़ने वाले इस यमुना एक्सप्रेस-वे पर भी ये सुविधा शुरू होने से दिल्ली-एनसीआर से लखनऊ तक की नॉन-स्टॉप ड्राइव का मज़ा उठाया जा सकेगा. यमुना एक्सप्रेस-वे की शुरुआत 2012 में हुई थी. हालांकि इसे बनाने का ऐलान 2001 में हुआ था. यमुना एक्सप्रेस-वे पर नोएडा से लेकर आगरा तक JP कंपनी टोल वसूलती है. JP के किसी भी टोल पर फास्टटैग की सुविधा उपलब्ध नहीं है.