यदि आप पोषण चाहते हैं, तो भूले से न दोहराए इन गलतियों को…

शरीर की आहार संबंधी आवश्यकताओं के तहत पोषक तत्वों की प्राप्ति के लिए अच्छा पोषण या उचित आहार सेवन महत्वपूर्ण है।अच्छा पोषण शरीर को कई रोगों से भी बचाता है। पर, हमारी अपनी ही छोटी-छोटी कई ऐसी आदते हैं, जो अच्छे पोषण के साथ हमारी सेहत की दुश्मन बन जाती हैं।

नतीजा यह होता है कि हम जो भी भोजन करते हैं, उसका पूरा लाभ शरीर को नहीं मिल पाता। और ऐसा मन भी जाता है कि ‘हम सेहत का तभी ध्यान रख सकते हैं, जब हमें सही जानकारी हो।

 

भोजन में शामिल पोषक तत्व और जीवन शैली हमारी सेहत पर बड़ा असर डालता हैं। देर तक भूखा रहने या गलत चीजें खाने से शरीर को सही पोषण नहीं मिल पाता और मेटाबॉलिज्म गड़बड़ाने लगता है। ऐसे खाद्य पदार्थ कम खाने चाहिए, जो खून में शर्करा की मात्रा बढ़ाते हैं। हाई कैलरी वाली पोषक चीजें खाएं। एक बार में ज्यादा न खाएं। ना ही खाने को बार-बार गर्म करें।’

दुश्मन नहीं हैं वसा और कार्बोहाइड्रेट-

कार्बोहाइड्रेट और वसा शरीर के दुश्मन नहीं हैं। शरीर को इन पोषक तत्वों की भी जरूरत होती है। जरूरत है तो केवल संतुलन बनाए रखने की। आहार में नियमित तौर पर डेयरी उत्पादों को शामिल करें।

डेयरी उत्पादों से भरपूर मात्रा में विटामिन ए, डी, ई और के मिलता है। इसी तरह अनाज को हमेशा सब्जियों के साथ मिलाकर खाएं। फल, सब्जियां, साबुत दालें व साबुत अनाज को अपने भोजन में शामिल करें, इससे शरीर को पर्याप्त फाइबर मिलेगा। जहां तक संभव हो घर पर बना खाना ही खाएं।

जरूरी पोषक तत्व-

प्रोटीन- शरीर के ऊतकों को बनाने, उनके रख-रखाव व मरम्मत में प्रोटीन की जरूरत होती है। दूध, सोयाबीन, अंडा, दाल, दूध व मांस में प्रोटीन होता है।
कैल्शियम- हड्डियों और दांतों के अलावा मांसपेशियों और हृदय को ठीक रखता है। बढ़ते बच्चों के लिए जरूरी है। दूध, दही, पनीर, टोफू, पालक, ब्रोकली, में खूब सोयाबीन होता है।

फाइबर- पाचन तंत्र को ठीक रखना है तो फाइबर युक्त चीजें खाएं। इसके लिए सेब, नाशपाती, ओट्स, साबुत अनाज व सूखे मेवे खाएं।
आयरन- शरीर में खून बनाने और सब अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम आयरन का होता है। साबुत अनाज, बींस, मेवे, अनार, चुकंदर और हरी पत्तेदार सब्जियों में यह पर्याप्त होता है।

सुबह का नाश्ता है जरूरी-

कई लोग जल्दबाजी में सुबह का नाश्ता नहीं करते। वहीं डाइटिंग कर रहे लोगों को लगता है कि नाश्ता नहीं करने से वे ज्यादा कैलरी से बचे रहेंगे। पर यह गलती हमें मोटापे का शिकार बना देती है। शरीर का मेटाबॉलिज्म गड़बड़ा जाता है और थकान रहने लगती है। सच यह है कि सुबह के नाश्ते से हमें दिन भर के लिए ऊर्जा मिलती है।

सुबह नाश्ते में केवल ज्यादा कार्बोहाइड्रेट वाली चीजें न लें। हरी सब्जियों के साथ प्रोटीन वाली चीजें खाएं। इससे पेट देर तक भरा रहेगा व बार-बार भूख नहीं लगेगी।

दिमाग का भी रखें ध्यान-

दिमाग का मुख्य काम सभी अंगों से मिलने वाले संदेशों को हासिल करना, उन्हें सही अंगों तक पहुंचाना और भावनाओं को कंट्रोल करना होता है। इन सभी कामों को ढंग से पूरा करने के लिए दिमाग को सही पोषण की जरूरत होती है। इसलिए विटामिन ई, ओमेगा-3 फैटी एसिड, फ्लेवेनोएड्स व प्रोटीन आदि पोषक तत्वों से युक्त चीजें खाएं। जहां तक संभव हो ताजी बनी चीजें ही खाएं। भोजन को बार-बार गर्म करने या खूब ज्यादा देर तक पकाने से उनके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।

गलत मेल वाली चीजें खाने से बचें। मसलन, खाने के साथ फल नहीं खाएं। इससे भोजन को पचने में बहुत समय लगता है। इसी तरह गर्म चीजों के तुरंत बाद ठंडी चीजें खाने से भी अपच होने की आशंका बढ़ती है।

आंतों में खाद्य पदार्थ देर तक सड़ते रहते हैं। इस वजह से गैस, पित्त की समस्या व जलन रहने लगती हैं। फलों में दही या नमक मिलाकर भी न खाएं। जो चीजें कच्ची खाई जा सकती हैं, उन्हें उसी रूप में खाएं। खाने से पहले फलों को सलाद के तौर पर खाना ज्यादा बेहतर होता है।

जरूरी बातें-

-हरी सब्जियों को कम तेल मसालों में बनाएं। ज्यादा देर भूनने या पकाने से बचें। ’
-नाश्ते में हमेशा ब्रेड, मक्खन और परांठे ही न खाएं। रोटी, सब्जी, दलिया, दही, अंकुरित अनाज आदि का सेवन भी करें। इससे शरीर को पर्याप्त पोषण मिलेगा।
-सब्जियों को उबालने के बाद उस पानी को भी इस्तेमाल में लाएं। उबालते समय सब्जियों के 5 से 55 प्रतिशत तक पौष्टिक तत्व पानी में घुल जाते हैं।
-अगर नाश्ता करने का समय नहीं है तो मुट्ठीभर अखरोट, बादाम और काजू जरूर खाएं। ताजे फल व सब्जियों का सेवन करें।

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