म्यांमार में सेना के तख्तापलट के खिलाफ पिछले 65 दिनों से आंदोलन जारी है। इस आंदोलन में अब तक 550 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हाल ही में म्यांमार तख्तापलट के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाली एक 22 वर्षीय महिला काफी चर्चा में हैं।
22 वर्षीय म्यांमार की मॉडल हैन ले विरोध का नया चेहरा उभरकर सामने आई हैं। हैन ले पिछले हफ्ते आयोजित किए गए मिस ग्रैंड इंटरनेशनल ब्यूटी पीजेंट तो नहीं जीत सकी लेकिन उनके काम के लिए पूरी दुनिया उन्हें जरूर याद रखेगी। पीजेंट के दौरान अपने भाषण में हैन ले ने अपने देश के लिए दुनिया से तत्काल मदद की मांग की।
जिस दिन हैन ले ने वैश्विक मदद की गुहार लगाई, उसी दिन म्यांमार की सेना ने 141 प्रदर्शनकारियों को गोली मार दी। हैन ले ने अपने भाषण में कहा कि आज जब मैं इस स्टेज पर हूं तो मेरे देश म्यांमार में लोगों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। मुझे जान गंवाने वालों के लिए दुख है।
हैन ले ने आगे कहा कि हर कोई अपने देश में खुशहाली, समृद्धि और शांतिपूर्ण वातावरण चाहता है लेकिन सत्ता में राज करने के लिए नेताओं को अपनी शक्ति का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। हैन ले ने कहा कि म्यांमार की मदद कीजिए, हमें तत्काल अंतरराष्ट्रीय मदद की जरूरत है।
हैन ले ने कहा कि मैं एक बात निश्चित तौर पर कह सकती हूं कि म्यांमार के लोग कभी भी हारते नहीं है। सेना ने अब तक जिन प्रदर्शनकारियों को मारा है, उनमें से ज्यादातर युवा ही हैं। हैन ले ने कहा कि उस वक्त मुझे भावनाओं को छुपाना पड़ा क्योंकि दुनिया के सामने अपनी बात रखने के लिए मेरे पास बस दो से तीन मिनट ही थे।
हैन ले ने कहा कि अपने देश में लोगों पर हो रहे अत्याचार को देखते हुए वो अपनी प्रतिस्पर्धा पर ध्यान ही नहीं दे पाई। हैन ले ने कहा कि इस कॉन्टेस्ट में सभी प्रतिभागियों का हंसना जरूरी है लेकिन मैं नहीं हंस सकती क्योंकि मेरे देश में लोगों की हत्याएं हो रही हैं।