बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जिसके कारण आज बंगाल, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, तेलांगना, विदर्भ व पूर्वी मध्य प्रदेश में भी भारी बारिश की आशंका व्यक्त की जा रही है। अगले दो-तीन दिन में मानसून मध्य व पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में तेजी से आगे बढ़ सकता है। सप्ताहांत में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बारिश हो सकती है। मुंबई में झमाझम बारिश हो रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक 10 जून के बाद पूर्वी भारत और उससे लगे मध्य भारत में खासकर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के गांगीय क्षेत्र में, 11 जून को बंगाल और बिहार, 11-12 जून को पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की आशंका है। बंगाल की खाड़ी में इस मानसून का पहला कम दबाव का क्षेत्र तैयार हो गया है। इसके असर से ओडिशा, सिक्किम, झारखंड, बिहार, पूर्वी यूपी, एमपी और गुजरात के कुछ हिस्सों में मानसून पहुंच जाएगा।
वहीं स्काईमेट वेदर के अनुसार तटीय कर्नाटक में आज भारी बारिश जारी रहेगी। इसके अलावा गोवा, मुंबई में भी भारी बारिश देखने को मिलेगी। 11 से 13 तारीख तक झारखंड, बिहार, बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश तक मानसून पहुंच जायेगा और इन स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश देखने को मिलेगी।
उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी से आने वाले दिनों में राहत मिलने के आसार है। मौसम विभाग के मुताबिक इस सप्ताह के अंत में राज्य के अनेक हिस्सों में प्री-मानसून की संभावना है। आंचलिक मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक 11 जून से प्रदेश के पूर्वी हिस्सों के अधिकतर इलाकों में और पश्चिमी भागों में कुछ स्थानों पर बारिश का अनुमान है। वहीं, 12 जून को प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश होने की प्रबल संभावना है। हालांकि, मौसम में तब्दीली का सिलसिला 10 जून से ही शुरू हो जाएगा। इस दौरान प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवा के साथ बारिश होने की संभावना है।
बिहार कई हिस्सों में बुधवार से शनिवार यानी 12 जून तक तेज आंधी, पानी के साथ वज्रपात की आशंका है। मौसम विभाग ने इसके लिए चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार उत्तर-पश्चिम बिहार के पश्चिमी चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज के कुछ हिस्सों में मेघ गर्जन के साथ आंधी-तूफान आएगा। उत्तर-मध्य बिहार के सीतामढ़ी, मधुबनी मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर और समस्तीपुर में भी यही स्थिति रहेगी।
इसके अलावा दक्षिण-मध्य और दक्षिण-पूर्व बिहार के लिए भी 12 जून तक यलो अलर्ट जारी किया गया है। पटना सहित विभिन्न जिलों में इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलने की संभावना जाहिर की गई है। अभी पिछले चार दिनों से जिस तरह की गर्मी पड़ रही है, उस हिसाब से बारिश काफी तेज हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार समय से पहले ही बिहार में मानसून की बारिश शुरू हो सकती है।
दूसरी ओर दक्षिणी गुजरात के तट पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके असर से कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, दक्षिणी गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में 11-13 जून के बीच भारी बारिश होने की आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक देशभर में 8 जून तक करीब 33.6 मिमी बारिश हो चुकी है जो, 1 से 8 जून तक होने वाली सामान्य औसत बारिश (28.3 मिमी) से 18 फीसद (5.3 मिमी) ज्यादा है।
मौसम विभाग के मुताबित कल यानि 9 जून को मुंबई सहित कई क्षेत्रों में अत्यधिक भारी वर्षा और शेष में भारी से बहुत भारी वर्षा हुई। मानसून ने विदर्भ समेत पूरे महाराष्ट्र को अपनी चपेट में ले लिया है। आने वाले दिनों में, कौकण में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ के उत्तर पश्चिम और दक्षिण पश्चिम जिलों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। राजधानी रायपुर में भी जमकर पानी गिरा। मौसम में आए बदलाव से लोगों को दिन की गर्मी से कुछ राहत मिली है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि प्रदेश में 10 जून के बाद कभी भी मानसून आ जाएगा।