नई दिल्ली। अगर भाग्य उसकी जिंदगी में अजब मोड़ लेकर नहीं आया होता तो गिरफ्तार किया गया संदिग्ध आतंकी साजिद आज एक डांसर होता। जैश-ए-मोहम्मद के हमले की योजना को ध्वस्त करते हुए दिल्ली पुलिस ने जैश के जिन 13 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, साजिद उनमें से एक है। ये सभी गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर हमले की साजिश रच रहे थे। साजिद ने पुलिस पूछताछ में अपनी कहानी बताकर हर किसी को हैरत मे डाल दिया है। यह कहानी ऐसी ही है जिससे शायद हर आतंकी गुजरता है।
मोहम्मद साजिद ने बताया कि उसने एक डांस रिऐलिटी शो का ऑडिशन भी दिया। उसे उम्मीद थी कि वह इसके लिए चुन लिया जाएगा लेकिन एक दिन जब वह पार्क में डांस की प्रैक्टिस कर रहा था, एक मौलाना उसके पास आया। इस मौलाना ने म्यूजिक बंद कर दिया और साजिद से कहा- यह डांस और म्यूजिक तुम्हें दोजख (नर्क) में ले जाएगा। तुम्हारी जिंदगी का असली मकसद जन्नत (स्वर्ग) में जाना होना चाहिए।
मौलाना ने उसको कुछ वेबसाइट्स के नाम बताए, जिन्हें वह रोज सर्च करने लगा। अब उसका ज्यादातर वक्त डांस प्रैक्टिस में नहीं बल्कि साइबर कैफे में बीतने लगा। मौलाना ने जिन वेबसाइट्स के नाम साजिद को बताए थे, उन पर भड़काऊ कॉन्टेंट थे। साजिद ने बताया कि वह मौलाना के इसी जाल में फंस गया और कुछ महीनों में कट्टरपंथी बन गया। उसके मुताबिक, वह सिर्फ जिहाद पर फोकस कर रहा था।
साजिद के मुताबिक, उसने एक वेबसाइट पर अपना मोबाइल नंबर छोड़ा। उसने वेबसाइट पर कहा कि उसे जिहाद में शामिल होना है। लंबे वक्त तक इंतजार करने के बाद उसे वेबसाइट जवाब मिला। साजिद को निर्देश दिया गया कि वह अपनी जैसी सोच वाले लोगों का ग्रुप बनाए। इसके बाद उसका देवबंद के शाकिर और इमरान से संपर्क हुआ। ये लोग एक वॉट्सऐप ग्रुप के जरिए अपने हैंडलर के कॉन्टैक्ट में थे। ग्रुप में करीब 50 मेंबर्स थे। जानकारी के मुताबिक, साजिद और बाकी संदिग्ध आतंकी जिस वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़े थे उसका एडमिन ताल्हा नाम का पाकिस्तानी शख्स है।
ताल्हा जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर का बेटा है। इसी ग्रुप से साजिद ने आईईडी बनाने की ट्रेनिंग भी ली थी। ग्रुप मेंबर्स को कुछ वेबसाइट्स भी बताई जातीं थीं, जिनके जरिए जिहाद की जानकारी जुटाई जा सकती थी। साजिद और ग्रुप के बाकी मेंबर्स मीटिंग्स भी करते थे। ऐसी ही एक मीटिंग दिल्ली के गोकुलपुरी में 2015 में हुई। इसमें एक वीडियो दिखाया गया। वीडियो में मुसलमानों पर कथित टॉर्चर को दिखाया गया था।
सूत्रों के मुताबिक, साजिद और शाकिर को ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान से बुलावा भी आया था। शाकिर ने तो पाकिस्तान जाने की तमाम तैयारियां कर ली थी लेकिन साजिद को पासपोर्ट हासिल करने में दिक्कत आ रही थी। ये सभी लोग मिलकर हिंडन एयरबेस पर हमले की साजिश रच रहे थे।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर हमले की साजिश रच रहे थे। बता दें कि इंडियन एयरफोर्स का यह बेस एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का आठवां सबसे बड़ा एयरबेस है। पठानकोट हमले के बाद इसके चारों तरफ तारों की फेंसिंग कर दी गई है। पुलिस के मुताबिक, दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर बने एक मॉल को भी निशाना बनाए जाने की साजिश रची गई थी। इसके अलावा दिल्ली के कुछ और इलाकों पर भी हमले की साजिश रची गई थी।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बुधवार, 4 मई को आतंकवाद के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन करते हुए 13 संदिग्ध आतंकियों को हिरासत में ले लिया। इनमें शामिल मास्टरमाइंड साजिद समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस का दावा है कि ये संदिग्ध आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हैं। दिल्ली पुलिस का दावा है कि जैश के इस इंडियन मॉड्यूल पर छह महीनों से नजर रखी जा रही थी।