40 के दशक की इस एक्ट्रेस ने सभी को अपनी खूबसूरती के जाल में घेर रखा था, जिसकी अदाओ का हर कोई दीवाना था, जिसे बॉलीवुड की खास लीड एक्ट्रेस के साथ ही सपोर्टिंग किरदारों के लिए भी खूब पसंद किया जाता था लेकिन आने वाले समय में उस एक्ट्रेस का यह हाल होगा ऐसा किसी ने सोचा तक नहीं था.18 साध्वियों ने CBI से कहा- हर रात नई लड़किया बुलाता था राम रहीम, और गुफा से बुरी हालत में आती थी…
हम बात कर रहे है एक्ट्रेस नलिनी जयवंत की जो 40 के दशक की काफी प्रसिद्ध और लोगो की पसंदीदा एक्ट्रेस में से एक थी. नलिनी ने कभी यह सोचा नहीं होगा कि आने वाले समय में उनके परिवार वाले उनका साथ इस तरह छोड़ देंगे कि आखिरी वक्त पर कोई उन्हें देखने भी नहीं आएगा.
नलिनी ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत 1941 में की थी. 50 के दशक तक आते-आते नलिनी ‘समाधि’ और ‘संग्राम’ जैसी फिल्मों के लिए टॉप स्टार बन गईं थीं. इस फिल्म में अशोक कुमार और नलिनी की जोड़ी को खूब पसंद किया गया था. इसके बाद दोनों ही जोड़ी ने ‘काफिला’, ‘जलपरी’, ‘लकीरें’, ‘मिस्टर एक्स’ और ‘तूफान में प्यार कहां’ जैसी फिल्में की थी.
50 के दशक में सिर्फ नलिनी का ही राज था. पर 60 के दशक तक आते-आते नलिनी जयवंत ने पता नहीं क्यों फिल्मो से सन्यास ले लिया था और अपनी निजी जिंदगी में व्यस्त हो गयी थी. लेकिन 18 साल बाद उन्होंने फिर से फिल्मों में वापसी की पर इस बार वह खुद को पहले की तरह साबित नहीं कर पायी थी इसलिए फिर नलिनी ने फिल्म इंडस्ट्री हमेशा के लिए छोड़ दी.
अगर नलिनी की निजी जिंदगी की बात की जाये तो वह असल जिंदगी में वह बहुत अकेली थी. उनके सभी रिश्तेदारों ने जैसे उनका साथ हमेशा के लिए छोड़ दिया हो. और इस कदर छोड़ा की किसी ने भी कभी उन्हें पलट कर देखा तक नहीं.
काफी सालों तक नलिनी अकेली ही रही. इतना ही नहीं जब उनकी उस अकेले घर में मौत हो गयी तो किसी को पता तक नहीं चला यहाँ तक की उनके पडोसीयो को भी नहीं. नलिनी की लाश अकेले घर में तीन दिनों तक पड़ी रही इस बीच न ही कोई घर के अंदर आया और न ही कोई बाहर गया. बाद में सभी ने उनकी मौत का शोक जताया लेकिन ऐसा शोक जताना किस काम का नहीं जब उनके जीते जी ही किसी ने क़द्र न की हो.