राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने शनिवार को कहा कि भौतिकवादी सुख-सुविधाओं में कई गुणा वृद्धि के बावजूद समाज में हर कोई नाखुश है और निरंतर आंदोलन कर रहा है। वह यहां संघ के कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों को संबोधित कर रहे थे।
संघ प्रमुख ने कहा, ‘ऐशो-आराम में बढ़ोतरी के बावजूद हर कोई नाखुश है और आंदोलन कर रहा है। चाहे वह मालिक हो या नौकर, विपक्षी दल हो या आम आदमी, छात्र हो या शिक्षक, हर कोई नाखुश और असंतुष्ट है।’
वर्तमान विश्व परिदृश्य में भारत की भूमिका
भागवत ‘वर्तमान विश्र्व परिदृश्य में भारत की भूमिका’ विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘भारत को धर्म (ज्ञान) देना है, ताकि ज्ञान फैले लेकिन मनुष्य रोबोट न बने। हमने हमेशा वैश्रि्वक परिवार की बात की है न कि वैश्रि्वक बाजार की।’
गरीब को कुचलकर आगे बढ़ रहा है सक्षम व्यक्ति
संघ प्रमुख ने कहा कि यह सोचना कि हम बेहतर दुनिया में रह रहे हैं, आधा सच है। दुनिया में सुविधाओं का समान बंटवारा नहीं हुआ है। जंगल राज कायम है। सक्षम व्यक्ति गरीब को कुचलकर आगे बढ़ रहा है। विश्व के विनाश के लिए ज्ञान का ज्यादा उपयोग हो रहा है। विवाद पैदा करने के लिए लोग सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर गलत सूचनाएं फैला रहे हैं। हर किसी को एक तरह से रखना भी एक तरह का कट्टरता है।
उन्होंने कहा, ‘अमेरिका और रूस सुपर पॉवर हैं। चीन भी सुपर पॉवर बनेगा। अब सुपर पॉवर देशों ने दूसरों के साथ क्या किया है। वे अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए दूसरे देशों पर नियंत्रण कर रहे हैं।’ उन्होंने लोगों से भारत को मजबूत राष्ट्र बनाने की अपील की, क्योंकि दुनिया सिर्फ ताकतवर की ही सुनती है।