उरी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत का गुस्सा चरम पर है। हर बार सिर्फ बातें होती हैं लेकिन इस बार मोदी सरकार एक्शन के मूड में है। 18 जवानों के शहीद होने के बाद आर्मी ने सख्त रुख अपना लिया है। सोमवार शाम डीजीएमओ रणवीर सिंह ने कहा- हमारे पास जवाब देने का हक है। जवाब दिया जाएगा और इसके लिए वक्त और जगह भी हम ही तय करेंगे। इसके पहले आर्मी ने साफ कहा कि हमला पाकिस्तान की साजिश था। बरामद किए गए जीपीएस ट्रेकर की र्स्टाटिंग पोजिशन पाकिस्तान में है।
मोदी सरकार ने सेना को दी पूरी आज़ादी
डीजीएमओ ने कहा, आर्मी जवाब जरूर देगी। वक्त और जगह भी वह खुद ही तय करेगी। हम इस तरह के हमलों का जवाब देने में सक्षम हैं। हमे सरकार की तरफ से आदेश मिल चुके हैं।
आर्मी पर सारे हमले पाकिस्तान ने कराए
इस साल आर्मी ऑपरेशन्स में 110 आतंकी मारे गए। इसमें से 31 घुसपैठ के दौरान मारे गए हैं। सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशें इस साल बढ़ी हैं। उड़ी में मारे गए आतंकियों के पास से फूड पैकेट्स, हथियार और मेडिसिन बरामद की गई हैं। इन सभी पर पाकिस्तान की मार्किंग हैं।
टेंट में जल गए थे 13 जवान
हमले में 18 जवान शहीद हुए हैं। एक जवान की मौत सोमवार को इलाज के दौरान हुई। 13 की मौत टेंट में लगी आग से जिंदा जलने से हुई थी। मौके पर मौजूद एक जवान के मुताबिक, आतंकी तड़के 3.30 बजे कैंप की पिछली दीवार से घुसे। 105 मिनट तक नाइट विजन से कैंप का जायजा लिया। फिर सुबह 5.15 बजे फ्यूल टैंक से डीजल भर रहे निहत्थे जवानों पर धावा बोल दिया।
3 मिनट में 17 ग्रेनेड दागे। इस हमले से 150 मीटर इलाके में फैले टेंट और बैरकों में आग लग गई। वहां मौजूद 19 साल के डोगरा रेजिमेंट के जवान ने एक आतंकी को मार गिराया। बाकी तीन बुरी तरह जख्मी थे। उस जवान के हेल्मेट पर भी गोली लग चुकी थी। उसे साथी जवानों ने बाहर निकाला।
जंग की तैयारी से आए थे आतंकी
डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन ले. जनरल रणबीर सिंह ने बताया कि आतंकवादी जंग जैसी तैयारी करके आए थे। ”उनके पास चार एके-47, चार अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर और भारी मात्रा में गोला-बारूद मिला है। उनके पास आग लगाने वाले हथियार भी थे।” कैंप से छह किलोमीटर दूर झेलम से लगते सलामाबाद नाले से आतंकी दाखिल हुए थे।