देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। लेकिन पूरी दुनिया को घुटने पर लाने वाला यह वायरस शायद भारत में उतना भयावह न हो।
अमेरिका, इटली, स्पेन, फ्रांस जैसे विकसित देशों में कोरोना से अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, भारत में स्थिति उस स्तर तक नहीं पहुंचेगी। केंद्र सरकार तो फिलहाल यही कह रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार ने पूरे देश को बुरे से बुरे हालात के लिए तैयार किया है। उन्होंने कहा कि हम अपने देश में कई अन्य विकसित देशों की तरह बहुत खराब स्थिति का अनुमान नहीं लगा रहे हैं।
डॉ हर्षवर्धन ने जानकारी दी कि देश में कोविड-19 से होने वाली मृत्यु दर लगभग 3.3% बनी हुई है जो कि पूरी दुनिया में सबसे कम मृत्यु दर में शामिल है। उन्होंने बताया कि भारत में इस वायरस से उपचार के बाद ठीक होने की दर (रिकवरी रेट) 29.9% तक बढ़ गई है। मंत्री ने कहा कि ये बहुत अच्छे संकेतक हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने शनिवार को बताया कि पिछले तीन दिन में, कोविड-19 का डबलिंग रेट लगभग 11 दिन का रहा है। वहीं, अगर पिछले सात दिनों की बात करें तो डबलिंग रेट 9.9 दिन हो जाता है। हर्षवर्धन ने इन नतीजों को अच्छा बताया है।
वहीं, कोरोना वायरस के संक्रमण से उबरने के बाद अब अस्पताल से छुट्टी मिलने की नीति में बदलाव हुआ है। शनिवार सुबह केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इसे लेकर नई नीति जारी की। नए बदलावों के अनुसार अब हल्के मामलों में डिस्चार्ज से पहले परीक्षण की जरूरत को खत्म कर दिया गया है।
यदि मरीज में किसी तरह के लक्षण दिखाई देते और हालात सामन्य लगते हैं तो उसे अस्पतला से 10 दिन में भी छुट्टी दी जा सकती है। छुट्टी मिलने के बाद अब उसे 14 दिन की बजाए सात दिन होम आइसोलेशन में रहना होगा। टेली-कॉन्फ्रेंस के जरिए 14वें दिन मरीज का फॉलो-अप लिया जाएगा।
देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 3320 नए मामले सामने आए हैं और 95 लोगों की मौत हुई है।
इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 59,662 हो गई है, जिनमें 39,834 सक्रिय हैं, 17,847 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 1981 लोगों की मौत हो चुकी है।