इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा है कि आज देश और प्रदेश में इमरजेंसी से भी बदतर हालात बने हुए हैं। मंगलवार को पार्टी के जींद दफ्तर पहुंचे चौटाला ने कहा कि किसानों को खत्म करने के लिए लागू किए गए तीन कृषि कानूनों पर आज देश और प्रदेश की भाजपा सरकार मौन धारण किए बैठी है। किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के चारों तरफ बैठे हैं। इनको रोकने के लिए सरकार बड़ी-बड़ी दीवारों का निर्माण कर रही है, ताकि किसान दिल्ली में प्रवेश नहीं कर पाए।
उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए बजट की आलोचना करते हुए कहा कि कृषि के क्षेत्र में पिछले वर्ष की तुलना में कई हजार करोड़ की कटौती की गई है। इससे किसानों को मिलने वाली छूट भी शीघ्र ही बंद हो जाएगी। अभय सिंह चौटाला ने जींद से पार्टी कार्यकर्ताओं व किसानों को लेकर दिल्ली में किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए यात्रा शुरू की है।
चौटाला ने कहा कि केंद्र सरकार की किसानों के साथ 12 चरण की वार्ता हो चुकी है, लेकिन किसानों की मांगों को मानने के बजाय सरकार उन पर झूठे मुकद्दमे दर्ज कर उनकी आवाज को दबाना चाहती है। किसानों पर सरकार अत्याचार कर रही है उसको दबाने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं, ताकि किसी को सरकार की किसानों को दबाने की नीतियों का पता न चल सकें।
आज की सरकार चीन की सरकार की तरह किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। उन्होंने कहा कि वह केंद्र और प्रदेश सरकार को किसानों पर किए जा रहे अत्याचारों को सहन नहीं करेंगे, बल्कि किसान की आवाज को उठाने के लिए दिल्ली बार्डर पर जाकर खुद बैठेंगे।