प्रवर्तन निदेशालय के स्थानीय कार्यालय से निकलने के बाद पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आज देश में ऐसा दौर है कि जो व्यक्ति सरकार का विरोध करता है उसे अपराधी और देशद्रोही देशद्रोही बताया जाता है।
पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि इस समय देश पर ईडी, सीबीआई और एनआईए जैसी एजेंसियां राज कर रही हैं। जो व्यक्ति सरकार के खिलाफ बात करता है उसके खिलाफ शिकंजा कसा जाता है, बात सामने नहीं रखने दी जाती है।
देश संविधान के तहत नहीं चल रहा है। ऐसी बातें आगे भी चलती रहेंगी। उन्होंने कहा कि पीडीपी जिस मकसद के लिए बनाई गई थी हम उस पर कायम रहेंगे और कश्मीर मसले की बात हमेशा उठाते रहेंगे।
इससे पहले महबूबा दिल्ली में 15 और 23 मार्च को ईडी के सामने पेश नहीं हुई थीं। उन्होंने ईडी से श्रीनगर में पूछताछ करने का अनुरोध किया था, लेकिन यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि किस मामले में जांच की जा रही है।
बता दें कि ईडी ने पिछले साल दिसंबर में महबूबा की करीबी अंजुम फाजली के घर पर छापेमारी की थी। यह छापेमारी जम्मू-कश्मीर बैंक में फर्जीवाड़े से संबंधित थी। जांच एजेंसी ने इस दौरान फाजली के ठिकानों से 28 लाख रुपये जब्त किए थे।
ईडी कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जम्मू-कश्मीर के एक अन्य पूर्व मुख्यममंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला से भी दो बार पूछताछ की थी और उनकी करीब 12 करोड़ की संपत्तियों को सील किया था।
महबूबा ने देर शाम ट्वीट कर बताया कि पूछताछ करने वाले अधिकारियों ने मुझसे जबरदस्ती कुछ कागजों पर दस्तखत करवाए हैं। मुझे नहीं पता कि उन पर क्या लिखा हुआ था। मुफ्ती ने लिखा कि मैं अपने वकील से विमर्श के बगैर हस्ताक्षर करने को तैयार नहीं थी परंतु अधिकारी नहीं माने।