New Delhi : देश में राम राज आ गया है। रामनाथ देश के राष्ट्रपति बन गए है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर कई कमेंट आ रहे हैं। कोई कह रहा है कि मोदी जी ने पूरा देश ही राम को सौंप दिया तो कोई कह रहा है कि देश में राम राज आ गया है।इससे पहले बीजेपी और एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद उम्मीद के मुताबिक मीरा कुमार को हराकर राष्ट्रपति चुन लिए गए। उन्होंने 3 लाख 34 हजार वोटों से चुनाव जीता और इस अंतर ने कांग्रेस की परेशानी बढ़ा दी है। चुनाव में विपक्ष पूरी तरह बिखर गया।जमकर क्रॉस वोटिंग हुई। कम से कम 10 राज्यों में कांग्रेस उम्मीदवार मीरा कुमार को अपनी ही पार्टी के पूरे वोट नहीं मिले। इस क्रॉस वोटिंग के कई सियासी मायने हैं। खासतौर से गुजरात में, जहां इसी साल राज्यसभा की तीन सीटों के लिए और विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी के महासचिव भूपेंद्र यादव ने दावा किया कि कोविंद के पक्ष में करीब 119 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। सबसे अधिक कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की।मध्यप्रदेश, गुजरात, गोवा, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और दिल्ली में कोविंद को उम्मीद से अधिक वोट मिले। माना जा रहा है कि गुजरात में शंकर सिंह वाघेला के समर्थक विधायकों ने मीरा कुमार की बजाय कोविंद के पक्ष में वोट डाला। गुजरात में कोविंद को 132 और मीरा को 49 वोट मिले। राज्य में कांग्रेस के 57 विधायक हैं। यानी, 8 कांग्रेस विधायकों ने कोविंद को वोट दिया।दिल्ली में बीजेपी के चार विधायक हैं, पर कोविंद को छह वोट मिले। ये दो वोट आम आदमी पार्टी के दो विधायकों के थे। पश्चिम बंगाल में कोविंद को 11 और मीरा को 273 वोट मिले। यहां बीजेपी और उसके सहयोगी दल के 6 वोट हैं। यानी, कोविंद को पांच वोट दूसरी पार्टियों के वोट मिले।