प्रधानमंत्री मोदी आज एक बजे जयपुर एयरपोर्ट पर उतरेंगे और वहां से हेलीकॉप्टर के जरिए टोंक पहुंचेंगे. पिछले साल के अंत में हुए विधानसभा चुनाव में इस इलाके में 8 विधानसभा सीट में से 7 पर बीजेपी को हार मिली थी. सचिन पायलट के मजबूत गढ़ में प्रधानमंत्री मोदी रैली की शुरुआत कर संदेश देने जा रहे हैं कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव का पिछला परिणाम दोहराने की पूरी कोशिश करेगी. पिछली बार लोकसभा चुनाव में राजस्थान में 25 की 25 सीटें बीजेपी ने जीती थी.
लोकसभा चुनाव से पहले सभी बड़े नेताओं ने चुनावी जनसभाएं करनी शुरू कर दी है और इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाकी नेताओं से आगे हैं और ताबड़तोड़ चुनावी रैली कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को राजस्थान के टोंक पहुंच रहे हैं जहां से वह बीजेपी के लोकसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगे. मोदी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के विधानसभा क्षेत्र से विजय संकल्प रैली कर बीजेपी के लिए राज्य में लोकसभा चुनाव का श्रीगणेश करने जा रहे हैं.
इस बार राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी है तो सत्तारुढ़ कांग्रेस कोशिश कर रही है कि ज्यादा से ज्यादा सीटें उसके खाते में जाए. हालांकि मोदी की लोकप्रियता के सामने बड़ी चुनौती यह है कि राजस्थान में जिसकी सरकार बनती है उसी की पार्टी को लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें मिलती है. लेकिन बीजेपी इस मिथक को तोड़ने के लिए जी जान से लगी हुई है.
टोंक में रैली के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 फरवरी को चुरू में भी चुनावी रैली करेंगे और 28 फरवरी को पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ ऑनलाइन बात करेंगे. बीजेपी ने जनसभा के लिए भीड़ जुटाने वास्ते अपनी पूरी ताकत लगा रखी है. पार्टी के करीब सभी सांसदों के साथ-साथ प्रदेश प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर और सह प्रभारी सुधांशु त्रिवेदी टोंक में डेरा डाले हुए हैं.
माना जा रहा है कि चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए नरेंद्र मोदी राजस्थान और टोंक के लिए बड़ी घोषणाएं कर सकते हैं. लोगों को उम्मीद है कि टोंक को रेल यातायात से जोड़ने की घोषणा की जा सकती है और फिर कालीसिंदी और पार्वती के पानी को बनास गंभीरी और पार्वती बेसिन में पहुंचाने का जो प्रस्ताव केंद्र के पास लंबित है उसकी भी घोषणा की जा सकती है.
टोंक में लोकसभा चुनाव प्रचार को लेकर नरेंद्र मोदी दूसरी बार यहां आ रहे हैं. इससे पहले मोदी गुजरात के सीएम रहने के दौरान 2008 में चुनाव प्रचार के लिए टोंक आ चुके हैं. टोंक लोकसभा सीट गुर्जर और मीणा बहुल है. टोंक, सवाई माधोपुर, मालपुरा जैसे शहरी इलाकों में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी अच्छी खासी है. पिछले चुनाव में पायलट की वजह से जहां गुर्जर कांग्रेस से जुड़ गए, वहीं कांग्रेस की तरफ उनके परंपरागत वोटर मीणा भी लौटे हैं.
टोंक में सभा करके अजमेर, भीलवाड़ा, कोटा, जयपुर ग्रामीण, धौलपुर, करौली और झालावाड़ जैसे सीटों पर मोदी मैजिक को भुनाने की कोशिश की जा रही है.