झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने मुंबई मॉडल से कथित रेप मामले को लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा कि रेप का आरोप रहते हुए कोई शख्स मुख्यमंत्री के पद पर एक क्षण भी कैसे रह सकता है? भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है जब रेप का आरोपी मुख्यमंत्री के पद पर रहा हो. इसलिए नीति का तकाजा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अपने पद से अविलम्ब इस्तीफा देना चाहिए और खुद इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा करनी चाहिए.
बाबूलाल मरांडी ने शनिवार को दुमका में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले सात दिनों से सोशल मीडिया और मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म में यह खबर घूम रही थी कि मुंबई की एक मॉडल के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रेप किया था.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ‘जब मैंने इसकी तहकीकात की तो पता चला कि 21 अक्टूबर, 2013 में मुंबई की उस मॉडल ने मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में भी याचिका दाखिल कर आरोप लगाया था कि उसके साथ झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मुंबई के होटल ताज लैंड्स एंड में 5 सितंबर 2013 को रेप किया था. इस संबंध में उसने सेक्शन 376 ,366, 365, 354, 323,506/RW,120 B,34 आईपीसी की धाराओं के तहत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और सुरेश नागरे के ऊपर मुकदमा दर्ज करने की याचिका दाखिल की थी (314/SW/2013).’
उन्होंने आगे कहा कि केस की सुनवाई के ठीक पहले 30 अक्टूबर को उस मॉडल ने मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में अर्जी डालकर याचिका को वापस लेने की अर्जी दी. अर्जी वापस लेने का आधार यह बनाया गया था कि उसकी शादी हो रही है और अब वह केस में भाग दौड़ करने में सक्षम नहीं है.
मरांडी ने कहा कि इस केस में एक नया मोड़ तब आया जब 8 अगस्त 2020 को गुजरात जाते समय उस मॉडल का कार से एक्सीडेंट हो गया. उसके बाद उसको यह लगने लगा कि चार लोग उसका हमेशा पीछा कर रहे हैं. यह सारी बातें उसने मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में 8 दिसंबर,2020 को दिए गए अपने आवेदन में कही हैं. जिसमें उसने फिर से उस केस को दर्ज करने की गुहार लगाई और अपने लिए सुरक्षा भी मांगी है.
बीजेपी विधायक दल के नेता ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के कई निर्णय है कि ऐसे जघन्य अपराधों में बिना जांच के मामला वापस नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि यह भारत के इतिहास में पहली बार हो रहा है जब सत्ता पर आसीन एक मुख्यमंत्री के ऊपर रेप के आरोप लगे हैं. 2013 में जिस वक्त हेमंत सोरेन पर आरोप लगा था तब भी वह मुख्यमंत्री थे और आज भी वह मुख्यमंत्री हैं. उन पर वर्ष 2013 में लगा रेप का आरोप आज भी यथावत है.
मरांडी ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि यह एक से अधिक राज्य का मामला है इसलिए जांच के लिए सीबीआई ही सक्षम एजेंसी है.