मप्र क्रिकेट संगठन (एमपीसीए) के संविधान में संशोधन के लिए रविवार को हुई बैठक खत्म होने के बाद पूर्व रणजी क्रिकेटर गुलरेज अली मैच के पास के मुद्दे पर सचिव मिलिंद कनमड़ीकर से झगड़ पड़े। इस घटना से सभी सदस्य हैरान थे, क्योंकि दोनों ही सत्ताधारी गुट से जुड़े हैं। सबसे ज्यादा हैरानी इस बात से थी कि घटना के समय संजय जगदाले सहित कई वरिष्ठ वहां मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी गुलरेज को रोकने की हिम्मत नहीं दिखाई। संविधान संशोधन की बैठक खत्म होने के बाद बीसीसीआई के पूर्व सचिव अनंत वागेश कनमड़ीकर के पुत्र मिलिंद ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए सदस्यों को बताया कि अब कुल सीटों की संख्या के 10 प्रतिशत से ज्यादा मुफ्त पास नहीं बंट सकेंगे।
इसका असर सदस्यों को मिलने वाले मुफ्त पास पर भी पड़ेगा। इससे गुलरेज भड़क गए। वे कनमड़ीकर के करीब आकर तेज आवाज में बहस करने लगे। मगर गुलरेज का गुस्सा यहीं खत्म नहीं हुआ। बैठक के बाद दोबारा उन्होंने कनमड़ीकर के समक्ष चिल्लाते हुए बहस की। उनका गुस्सा और तेज आवाज देखकर वहां मौजूद अन्य सदस्य भी हैरान थे। जब यह विवाद हो रहा था तब सत्तापक्ष से जुड़े जगदाले, दिलीप चुडगर सहित तमाम वरिष्ठ मौजूद थे, लेकिन सभी ने दूरी बना ली। कार्यकारी अध्यक्ष निशिथ पटेल ने कोई विवाद होने की जानकारी होने से ही इनकार कर दिया। इस बारे में कनमड़ीकर से चर्चा नहीं हो सकी वहीं गुलरेज के अनुसार उन्होंने कोई अभद्रता नहीं की।