केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 55 सशस्त्र कर्मियों की एक टीम को पवार के जेड प्लस सुरक्षा कवर के हिस्से के रूप में रखा गया है। बता दें कि जेड सुरक्षा उन्हीं लोगों को दी जाती है जिन्हें जान का गंभीर खतरा रहता है। अभी भारत में प्रमुख रूप से चार सुरक्षा श्रेणियां हैं।
केंद्र सरकार ने राकांपा-एसपी के प्रमुख शरद पवार को जेड-प्लस सुरक्षा देने का फैसला किया। जेड-प्लस सुरक्षा मिलने पर शरद पवार ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने संदेह जताते हुे कहा कि उन्हें दी गई जेड-प्लस सुरक्षा उनके बारे में जानकारी निकालने का प्रयास हो सकता है, क्योंकि महाराष्ट्र में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाला है। केंद्र सरकार ने बुधवार को शरद पवार को जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान करने की घोषणा की थी।
शरद पवार को जेड-प्लस सुरक्षा
जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान करने को लेकर किए गए सवाल पर राकांपा-एसपी प्रमुख ने कहा कि उन्हें इस कदम के पीछे का कारण नहीं मालूम। शरद पवार ने आगे कहा, “गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने मुझे बताया कि केंद्र सरकार ने तीन लोगों को जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान करने का फैसला लिया है और मैं उनमें से एक हूं। मैंने उनसे पूछा कि बाकी के दो कौन थे, तो उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नाम लिया।” पवार ने आगे कहा, “हो सकता है कि राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाला है और वे मेरे बारे में जानकारी हासिल करने के लिए ऐसा कर रहे हैं।”
क्या है जेड-प्लस सुरक्षा?
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 55 सशस्त्र कर्मियों की एक टीम को पवार के जेड प्लस सुरक्षा कवर के हिस्से के रूप में रखा गया है। बता दें कि जेड सुरक्षा उन्हीं लोगों को दी जाती है जिन्हें जान का गंभीर खतरा रहता है। अभी भारत में प्रमुख रूप से चार सुरक्षा श्रेणियां हैं। इनमें जेड प्लस (36 सुरक्षाकर्मियों का घेरा), जेड (22 सुरक्षाकर्मियों का घेरा), वाई (11 सुरक्षाकर्मियों का घेरा) और एक्स (2 सुरक्षाकर्मियों का घेरा) शामिल हैं।
शरद पवार विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी का हिस्सा हैं, इसमें राकांपा-एसपी के अलावा शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस भी शामिल हैं। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा, शिवसेना और राकांपा एकसाथ विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। महाराष्ट्र में इस साल अक्तूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने वाला है।