भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कहा है कि वह नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विधानसभा चुनाव जेडीयू और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के साथ मिलकर लड़ेगी. बीजेपी के महासचिव और बिहार के पार्टी प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा है कि बीजेपी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरेगी.
भूपेंद्र यादव ने कहा कि बिहार में पिछले 15 वर्षों में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने शिक्षा, सड़क, पेयजल और बिजली जैसे क्षेत्रों में प्रभावशाली उपलब्धि हासिल की है. बजट और कृषि विकास में वृद्धि हुई है. अब बीजेपी बिहार को एक आत्मनिर्भर राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है. बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा अभी कुछ दिन बिहार में रहेंगे और लोगों की भागीदारी के साथ उस विजन की नींव रखेंगे.
इंटरव्यू में भूपेंद्र यादव ने कहा कि श्रमिकों के लौटने की वजह से बिहार को संकट का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि करीब 15 लाख श्रमिक बिहार लौटे थे. भूपेंद्र यादव ने दावा किया कि रेल सेवाओं के फिर से शुरू होने के बाद बिहार लौटने वाले श्रमिकों में से 30-40 प्रतिशत पहले ही उन राज्यों में वापस चले गए जहां वे काम-धंधा करते हैं.
बिहार चुनाव को लेकर इस बार प्रचार अभियान अलग होने के सवाल पर भूपेंद्र कहते हैं कि टेक्नोलॉजी बदलती रहती है. राजनीति संचार का एक माध्यम है. आज, लोकतांत्रिक सरकारों में, चुनाव सबसे पवित्र चीज है. वोटर्स को जगाना, जागरुक करना हर पार्टी की बुनियादी प्रतिबद्धता है. समय बदल गया है. भूपेंद्र यादव ने कहा कि गांधी जी भी न्यूज पेपर के संपादक थे. जब टेलीविजन आया तो पार्टी के प्रवक्ता बड़े नेता माने जाने लगे.
जाहिर है निर्विवाद रूप से आज डिजिटल का जमाना है. बिहार में बीजेपी के 1,100 मंडल हैं और हमारी हर जगह वर्चुअल बैठकें हुई हैं. दूरदराज के इलाकों में भी डिजिटल माध्यम से बैठकें हुई हैं. यह विरोधाभासी है कि राजद अपने प्रचार प्रसार के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रही है लेकिन डिजिटल कैंपेन का विरोध कर रही है.
भूपेंद्र यादव ने कहा कि मेरा निजी तौर पर मानना है कि डिजिटल संचार बहुत सस्ता हो गया है. इसके जरिये एक रैली के लिए किसी तामझाम की जरूरत नहीं है. मैं तेजस्वी यादव से पूछना चाहता हूं कि अगर उनके एक ट्वीट को 10,000 लोग पढ़ रहे हैं तो इसमें कितना पैसा खर्च होता है?
बिहार में एनडीए के एक साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ने की कुछ बातें सामने आई हैं, एलजेपी ने अलग से लड़ने की बात की है? इस सवाल पर भूपेंद्र यादव ने कहा कि मुझे लगता है कि बीजेपी ने गठबंधन को बनाए रखने में काफी अच्छा काम किया है. बिहार में, तीनों दलों, बीजेपी, जेडी(यू) और एलजेपी ने मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा. मुझे लगता है कि हम आगामी चुनाव एक साथ लड़ेंगे, और मजबूती से लड़ेंगे.
अगर एलजेपी एनडीए से अलग होती हो क्या होगा? बीजेपी महासचिव ने कहा कि हम परिकल्पना पर बात नहीं करते हैं. बिहार में, एनडीए मजबूत है, लोग इस बात को जानते हैं. लोग एनडीए को चुनना चाहते हैं. लेकिन पार्टी में कुछ लोग सोचते हैं कि अलग से एलजेपी का लड़ना बीजेपी के लिए लंबे समय में अच्छा हो सकता है? इस सवाल पर भूपेंद्र यादव ने कहा कि ऐसी कोई चर्चा नहीं है. एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक साथ चुनाव लड़ेगा.