हेयर स्टाइल खराब होने की वजह से हेलमेट न लगाने वाली छात्राओं को अब अपनी सोच बदलनी होगी। अब फैशन नहीं सुरक्षा पर ध्यान देना होगा ऐसा न करने पर उन्हें कालेज परिसर में एंट्री नहीं मिलेगी। कालेज प्रशासन जहां छात्राओं को सख्ती से हेलमेट लगाने पर जोर दे रहा है, उनका लाइसेंस और प्रदूषण नियंत्रण पेपर भी चेक कर रहा है।
यह नियम सिर्फ छात्राओं पर ही नहीं बल्कि शिक्षकों और कालेज कर्मचारियों के लिए भी है। सभी कालेजों में चार सदस्यों वाली एक कमेटी का गठन किया गया है। जो कालेज परिसर में बिना हेलमेट लगाए आने वाली छात्राओं की निगरानी करेगी और नियमों का उल्लंघन करने वाली छात्राओं को अब कालेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
छात्राओं पर होगी समिति की नजर
आरजी डिग्री कालेज की प्राचार्य डा. अर्चना शर्मा बताती हैं कि एक समिति का गठन किया गया है। जिससे पदाधिकारी कालेज गेट पर ही आई कार्ड और यूनिफार्म के साथ ही अब छात्राओं का हेलमेट और ड्राइविंग लाइसेंस भी चेक कर रहे हैं। जिसके बिना अब कालेज परिसर में प्रवेश संभव नहीं होगा। वहीं इस्माईल डिग्री कालेज की प्राचार्य डा. नीलिमा गुप्ता ने बताया कि परिवहन सुरक्षा समिति द्वारा प्रतिदिन छात्राओं के हेलमेट की निगरानी कर रही हैं। जिससे छात्राओं को जागरूक किया जा सके।
वर्कशॉप से दी जाएगी जानकारी
छात्राओं और कालेज कर्मचारियों को नए यातायात के नियमों की जानकारी देने के लिए वर्कशॉप की जा रही है। इसके अलावा अब बिना हेलमेट के कालेज परिसर में छात्राओं, शिक्षिकाओं और कर्मचारियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। शहीद मंगल पांडे डिग्री कालेज की प्राचार्य डा. संध्या रानी और कनोहर लाल डिग्री कालेज की प्राचार्य डा. किरण प्रदीप ने बताया कि कालेज में 90 फीसदी छात्राएं अब हेलमेट का प्रयोग कर रही हैं। जो एक नई पहल है।
स्मार्ट ट्रैफिक व्यवस्था में अपना शहर आगे
मेरठ स्मार्ट सिटी की दौड़ में भले ही पिछड़ गया हो लेकिन स्मार्ट ट्रैफिक व्यवस्था में आगे निकलने वाला है। लखनऊ की तरह मेरठ में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) लागू हो गया है। इसके लिए सर्वे शुरू हो गया है। इस सिस्टम के आने के बाद ट्रैफिक नियमों को तोड़कर जाने वाले वाहन चालकों के पास आटोमेटिक ई चालान पहुंचेगा। आवागमन भी व्यवस्थित हो जाएगी।
कमिश्नर अनीता सी मेश्राम की पहल पर इसे मेरठ में लागू किया गया।
रूल तोड़ा तो ई चालान पहुंचेगा घर
एमडीए ने चौराहों पर इसके लिए सर्वे भी शुरू कर दिया है। यातायात विभाग के अधिकारियों की माने तो आइटीएमएस मेरठ में बहुत जल्द शुरू हो जाएगा। इसके बार चौराहों पर स्टाप लाइन रहेगी। उससे आगे बढ़ने पर अपने आप ई चालान कटकर वाहन चालक के घर पहुंच जाएगा। हर चौराहे और सड़क पर वाहनों की स्पीड होगी।
तेज स्पीड पर भी चालान कटेगा। बिना हेलमेट के चलने वालों, सीट बेल्ट न लगाने वालों, अवैध पार्किंग बना देने वालों की तस्वीरें प्रमुख चौराहों पर लगे सर्विलांस कैमरे लेते रहेंगे। ये कैमरे वाहन के नंबर प्लेट के फोटो करेंगे। जिसके आधार पर ट्रैफिक कंट्रोल रूम से ऐसे लोगों को लगातार ई-चालान भेजा जाता रहेगा।