आखिरी चरण में पंजाब में मतदान होना है. मतदान से पहले मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलने के लिए 1984 में हुए सिख दंगों को हथियार बनाया और राजीव गांधी से लेकर मौजूदा अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साध दिया. इस बीच सैम पित्रोदा के बयान को बीजेपी ने और हवा दी, जिसके बाद अब राहुल गांधी को भी सार्वजनिक तौर पर पित्रोदा को फटकार लगानी पड़ी. ऐसे में सवाल है कि क्या कांग्रेस प्रधानमंत्री के बिछाए जाल में फंसती जा रही है और इस मुद्दे पर बैकफुट पर आ रही है.