उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के एसएसपी वैभव कृष्ण के वायरल वीडियो के मामले में नया मोड़ सामने आया है. राज्य के डीजीपी ओपी सिंह ने इस वीडियो की जांच के आदेश दे दिए हैं.
मामले की जांच हापुड़ के एसपी संजीव सुमन करेंगे. मामले का सुपर विजन मेरठ रेंज के आईजी करेंगे. वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी नोएडा से सेक्शन 9 (सर्विस रूल) के उल्लंघन पर सफाई मांगी गई है.
डीजीपी ने कहा, ”एक कथित वीडियो क्लिप नोयडा एसएसपी का सामने आया है. इस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ है और एसपी हापुड़ के निर्देशन में जांच की जा रही है. जांच में साइबर क्राइम एक्सपर्ट और एसटीएफ की मदद ली जा रही है.” डीजीपी ने बताया कि एसएसपी वैभव कृष्ण ने गोपनीय पत्र में 6 लोगों का जिक्र है. वैभव कृष्ण ने सर्विस रूल के खिलाफ काम किया है. उन्हें पत्र को लीक नहीं करना चाहिए था.
वैभव कृष्ण ने यूपी के डीजीपी और सीएम के प्रधान सचिव के नाम लिखे गए इस पत्र में 5 आईपीएस अफसरों के बारे में जिक्र किया था. दी गई जानकारी में एसएसपी मेरठ की पोस्टिंग के लिए एक आईपीएस ऑफिसर और एक पावर-ब्रोकर के बीच व्हाट्सएप मैसेजिंग का जिक्र है.
वहीं इस मामले को लेकर वैभव कृष्ण ने बताया, ”मुझे बदनाम करने की साजिश हो रही है.” उन्होंने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सेक्टर 20 में एफआईआर दर्ज करवाई है. उनका आरोप है कि कुछ लोग साजिश के तहत उनका फर्जी वीडियो वायरल करवा रहे हैं.”
इस वीडियो में उनकी तस्वीर के अलावा एक महिला की आपत्तिजनक आवाज आ रही है. वैभव कृष्णा के मुताबिक उन्हें बदनाम करने की साजिश वह लोग कर रहे हैं जिनके नाम का जिक्र इस पत्र में हैं.