महाराष्ट्र के बंदरगाह मंत्री नितेश राणे ने कहा कि वाटर मेट्रो परियोजना शहरी परिवहन में सुधार लाएगी। साथ ही देश की वित्तीय राजधानी में पर्यटन को बढ़ावा देगी। कोच्चि वाटर मेट्रो निकाय महाराष्ट्र सरकार की सहायता कर रहा है।
महाराष्ट्र सरकार मुंबई को वाटर मेट्रो की सौगात देने की तैयारी कर रही है। बंदरगाह मंत्री नितेश राणे ने एलान किया कि मुंबई में केरल के कोच्चि की तरह वाटर मेट्रो चलाई जाएगी। इसे लेकर महाराष्ट्र सरकार ने कोच्चि वाटर मेट्रो निकाय से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) मांगी है। महीने के अंत तक डीपीआर मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि मुंबई में इस परियोजना को लागू करने के लिए केंद्र सरकार के साथ 50:50 फीसदी की भागीदारी पर एक विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुंबई सात द्वीपों से बना है, लेकिन जलमार्गों का पहले कभी पूरी क्षमता से उपयोग नहीं किया गया है। इस कदम से सड़कों और उपनगरीय रेलवे पर बोझ कम होगा। उन्होंने कहा कि वाटर मेट्रो परियोजना शहरी परिवहन में सुधार लाएगी। साथ ही देश की वित्तीय राजधानी में पर्यटन को बढ़ावा देगी। कोच्चि वाटर मेट्रो निकाय महाराष्ट्र सरकार की सहायता कर रहा है। इसके तहत बैटरी से चलने वाली नौकाएं मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) के विभिन्न हिस्सों को जोड़ेगी।
इन संभावित मार्गों पर वाटर मेट्रो चलाने का प्रस्ताव
मंत्री राणे ने कहा कि मुंबई महानगर क्षेत्र में नारंगी-खरवदेश्वरी, वसई-मीरा भयंदर, फाउंटेन जेट्टी-गायमुख-नागले, कोलसेट-काल्हेर- मुंब्रा-कल्याण, कल्याण-मुंब्रा-मुलुंड-ऐरोली, वाशी-घरेलू क्रूज टर्मिनल (डीसीटी) जिसे भाऊचा धक्का, गेटवे ऑफ इंडिया, मुलुंड-एरोली-डीसीटी-गेटवे ऑफ इंडिया, मीरा भी कहा जाता है। भायंदर-वसई-बोरीवली-नरीमन पॉइंट-मांडवा, बेलापुर-गेटवे-मांडवा, बोरीवली-गोराई-नरीमन प्वाइंट के बीच वाटर मेट्रो के संभावित मार्ग हैं।
राज्य मंत्री ने कहा कि वैतरणा नदी, वसई, ठाणे, मनोरी और पनवेल खाड़ी और मुंबई पोर्ट ट्रस्ट जल के किनारे स्टेशनों के लिए 21 स्थान प्रस्तावित हैं। परियोजना के पहले चरण में वाटर मेट्रो होगी, जबकि दूसरे चरण में रो-रो (रोल ऑन-रोल ऑफ) सेवा होगी। वाटर मेट्रो के माध्यम से बहु-मॉडल एकीकरण को लागू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि परियोजना का उद्देश्य अंतिम मील की कनेक्टिविटी में सुधार करना है। जैसे अभी मीरा भयंदर, वसई, बोरीवली, गोराई, डीसीटी और मांडवा के अलावा प्रस्तावित मार्ग में कोई यात्री परिवहन प्रणाली नहीं है। अधिकांश स्थानों पर जलमार्ग उपलब्ध है।
वसई किले को बनाएंगे पर्यटक स्थल
मंत्री ने कहा कि वसई किले को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए एक अलग परियोजना शुरू की जा सकती है। विभिन्न किलों, पक्षी केंद्रों, जल-आधारित थीम पार्कों, धार्मिक स्थलों आदि को जोड़ने वाला एक पर्यटन सर्किट तैयार किया जाएगा। साथ ही जल निकायों को नियमित रूप से साफ कराया जाएगा।
मुंबई हवाई अड्डे पर होगी जल टैक्सी सेवा
मंत्री राणे ने बताया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में कहा था कि नवी मुंबई हवाई अड्डा देश का पहला ऐसा हवाई अड्डा होगा, जहां जल टैक्सी सेवा होगी। हवाई अड्डे के पास एक जल मेट्रो टर्मिनल का निर्माण किया जाएगा। अगले कुछ दिनों में सिडको, महाराष्ट्र समुद्री बोर्ड (एमएमबी) और राज्य बंदरगाह मंत्रालय की बैठक होगी और एक डीपीआर तैयार किया जाएगा।
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