वाशिंगटन। अमेरिका में एक लॉ ग्रेजुएट छात्रा की ऐसी खबर सामने आई है जो चौंकाने वाली है। कैंडिस कशानी नामक लॉ ग्रेजुएट स्टूडेंट अपनी ट्यूशन फीस व मकान के किराये के लिए ऐसा काम करने को विवश हो जिसके बारे में भारतीय समाज में अच्छा कभी नहीं सोचा जाता है।
लॉ यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट कैंडिस कशानी पर अभी कोई कर्जा भी नहीं है। कैंडिस के पास स्कॉलरशिप होने के बावजूद उसे अपनी पढ़ाई के पहले साल ट्यूशन के लिए 50 हजार डॉलर खर्च करने पड़े। ट्यूशन की पढ़ाई और मकान के किराये के लिए उसने एक ऐसी डेटिंग वेबसाइट से संपर्क किया जिससे महिलाएं पैसों के बदले मर्दों के साथ यौन संबंध बनाती हैं। ऐसे संबंधों को ‘शुगर डैडी’ के नाम से भी जाना जाता है।
लगभग तीन साल और कई ‘शुगर डैडी’ से यौन संबंधों के बाद विल्लानोवा यूनिवर्सिटी से कशानी की ग्रेजुएशन बिना किसी कर्जे के पूरी होने वाली है जबकि उसके कई दोस्त कर्जे के बोझ तले दबे हैं।
कशानी का मानना है कि ऐसी वेबसाइट युवा महिलाओं के लिए आय का अच्छा स्रोत है, लेकिन बाकी लोग कशानी के इस मत से सहमत नहीं है।
नेवादा लास वेगास की यूनिवर्सिटी में लिंग और कामुकता के अध्ययन के एसोसिएट प्रोफेसर लिन कोमेला कहती हैं कि स्कूलों की फीस के लिए छात्रों का यौन संबंध असामान्य नहीं है। इस तरह के काम वेश्यावृत्ति से अधिक अस्पष्ट हैं। यहां आर्थिक लाभ की उम्मीद है, लेकिन यह हमेशा यौन संबंधों की गारंटी नहीं है।