भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने अपने नाम एक और उपलब्धि हासिल कर ली है. शुक्रवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरा वनडे मैच मिताली राज के वनडे करियर का 200वां वनडे मैच था. 35 वर्षीय मिताली राज 200 वनडे खेलने वाली दुनिया की पहली महिला क्रिकेटर बन गई हैं. महिला टीम इंडिया इस समय न्यूजीलैंड में वनडे मैचों की सीरीज खेल रही है.
मिताली ने 25 जून 1999 में आयरलैंड के खिलाफ अपना पहला वनडे मैच खेला था. इस मैच में मिताली ने शानदार शतक लगाया था. इसके बाद पिछले साल अप्रैल में ही आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप के दौरान दुनिया की सबसे ज्यादा वनडे मैच खेलने वाली महिला खिलाड़ी बनी थीं जब उन्हेोंने इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चारलेट एडवर्ड्स के 191 वनडे मैचों को पीछे छोड़ा था.
भारत के 263 में से 200 में खेली हैं मिताली
भारतीय महिला टीम इंडिया ने अब तक 263 इंटरनेशनल वनडे मैच खेले हैं जिसमें से 200 में मिताली राज खेल चुकी हैं. उनके पहले मैच के बाद महिला टीम इंडिया ने 213 मैच खेले हैं. इसके साथ ही मिताली वनडे मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने खिलाड़ी हैं. फिलहाल वे 6622 रन बना चुकी हैं. मिताली अब तक वनडे मैचों में 7 शतक और 52 हाफ सेंचुरी लगा चुकी हैं.
अच्छा नहीं रहा मिताली का 200वां वनडे का अनुभव
200वां वनडे मैच का अनुभव अच्छा नहीं रहा. वे इस मैच में केवल 9 रन बनाकर आउट हो गईं. इस मैच में न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम ने हैमिल्टन के सेडन पार्क मैदान पर खेले जा रहे तीसरे और आखिरी वनडे मैच में भारत को 44 ओवरों सिर्फ 149 रनों पर ही ढेर कर दिया. इसमें एना पेटरसन और ली ताहूहू की शानदार गेंदबाजी रही. पेटरसन ने चार विकेट अपने नाम किए तो वहीं ताहूहू ने तीन विकेट झटके.
39 पर तीन विकेट गिर गए थे भारत के
न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी और भारत के तीन विकेट 39 रनों पर गिरा दिए. स्मृति मंधाना (1), जेम्मिाह रोड्रीगेज (12) और कप्तान मिताली राज (9) पवेलियन लौट गई थीं. भारतीय टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाली दीप्ती शर्मा (52) और हरमनप्रीत कौर (24) ने टीम को संभाला और स्कोर 87 तक पहुंचाया. यहां हरमनप्रीत आउट हो गईं. उन्हें पेटरसन ने बोल्ड किया.
डायलान हेमलता (13) ने दीप्ती का अच्छा साथ दिया और पांचवें विकेट के लिए 30 रन जोड़े. यह साझेदारी इससे आगे नहीं जा पाई. 117 के कुल स्कोर पर हेमलता और फिर तान्या भाटिया (0) पवेलियन लौट लीं. दीप्ती भी 127 के कुल स्कोर पर आउट हो गई थीं. उन्होंने अपनी पारी में 90 गेंदों का सामना किया और चार चौके मारे. यहां से कोई भी बल्लेबाज भारत को संभाल नहीं सकी और टीम महज 149 रनों पर सिमट गई. झूलन गोस्वामी 12 रन बनाकर नाबाद लौटीं.