तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित ‘मा लिंग भैरवी’ एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान भी पूजा-पाठ करने की अनुमति है।
शहर के सद्गुरु जग्गी वासुदेव आश्रम में स्थित मां लिंग भैरवी मंदिर केवल महिलाओं को ही मंदिर के आंतरिक गर्भगृह में प्रवेश करने की अनुमति देता है।
आश्रम की एक महिला के मुताबिक, यह सद्गुरु की कुल अवधारणा है। यह उनका मानना है कि महिलाओं को मंदिर में पूजा और अनुष्ठान करना चाहिए। भारत के कई हिस्सों में, मासिक धर्म को अभी भी हिंदू धर्म में गंदा और अपवित्र माना जाता है।
इस दौरान महिलाओं को सामान्य तरह से जीवन जीने व उसमें भाग लेने की अनुमति नहीं होती है। मासिक धर्म वाली लड़कियों और महिलाओं को भी नमाज अदा करने और पवित्र किताबों को छूने की मनाही होती है।