उन्नाव में स्कूल का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां पर प्राधानाचार्य ने छात्रा को इसलिए स्कूल से निकाल दिया कि उसकी फीस जमा नहीं थी। दरअसल, पिता की आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर वो तीन माह की फीस नहीं जमा कर पाया था। इस पर प्रधानाचार्य ने कक्षा 10 की छात्रा को बेइज्जत कर स्कूल से भगा दिया।
लाख मिन्नतें की पर नहीं पसीजा प्रानाधाचार्य का दिल : छात्रा के लाख मिन्नतें करने पर भी जब भी वे नहीं माने तो रोते हुए घर पहुंची और आहत होकर बेहोश हो गई। कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया। पिता ने कोतवाली पुलिस से मामले की जांच कर विद्यालय प्रबंधक व प्रधानाचार्य पर कार्रवाई की मांग की।
पिता ने कोतवाली में दी तहरीर : सदर कोतवाली अंतर्गत मोहल्ला आदर्श नगर निवासी सुशील कुमार अवस्थी ने कोतवाली में दी तहरीर में बताया कि उनकी बेटी शहर के एबी नगर मोहल्ला स्थित एक स्कूल में कक्षा 10 की छात्रा थी। बीते दिनों कोरोना काल के चलते वह उसकी तीन माह की फीस नहीं जमा कर सके थे। गुरुवार को बेटी फीस माफी का प्रार्थनापत्र लेकर स्कूल गई थी। जहां प्रधानाचार्य ने प्रार्थनापत्र लेने से इन्कार करते हुए उसे काफी भला-बुरा कहा और स्कूल में बैठने नहीं दिया। साथ ही उसे बेइज्जत कर स्कूल से भगा दिया गया। साथी छात्र-छात्राओं के सामने बेइज्जत होने से वह काफी आहत हुई और रोते हुए घर पहुंची। घर पहुंचते ही वह गिरकर बेहोश हो गई। आनन फानन वे लोग उसे स्थानीय अस्पताल ले गए। जहां उसकी मौत हो गई। इस पर घरवालों को रो-रोकर बुरा हाल है। पिता ने कोतवाली में दी तहरीर में विद्यालय प्रबंधक व प्रधानाचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है।
कोतवाल बोले…मामले की जांच हो रही है : कोतवाल अनिल सिंह ने बताया कि प्रार्थनापत्र मिला है। स्कूल जाकर पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं छात्रा का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का करण स्पष्ट होगा।