2019 की लड़ाई पूरी होने वाली है. छठे और सातवें चरण की वोटिंग बस बाकी है. बचे हुए इन दो चरणों में सबकी नजरें यूपी पर हैं. जहां बीजेपी और महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. बीजेपी की ओर से जहां लगातार यह सवाल किया जा रहा है कि विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन है. वहीं सपा – बसपा गठबंधन की ओर से कई बार यह बताने की कोशिश की गई है कि विपक्ष का प्रधानमंत्री उम्मीदवार इसी गठबंधन से हो सकता है. मायावती ने हाल ही में एक जनसभा में संकेत दिए थे कि अगर सब कुछ अच्छा रहा तो वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगी और प्रधानमंत्री भी बन सकती हैं. मायावती के बयान के दो दिन बाद ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस पर मुहर लगा दी है और उन्होंने कहा है कि मैं भी उन्हें प्रधानमंत्री बनते हुए देखना चाहता हूं.