माफिया मुख्तार अंसारी से मिलने उसके भाई सांसद अफजल अंसारी मंगलवार को बांदा जेल पहुंचे। साथ में चचेरे भाई सिबगत उल्ला अंसारी भी रहे। मुलाकात स्थल पर करीब तीस मिनट तीनों के बीच बातचीत हुई। बाद में अफजल अंसारी ने जेल अधीक्षक अरुण कुमार से मुलाकात कर सुरक्षा को लेकर चर्चा की।
जेल सूत्र बताते हैं कि मंगलवार करीब 11.10 बजे लखनऊ नंबर की सफेद कार से अफजल अंसारी और सिबगतउल्ला अंसारी कारागार पहुंचे। वहां एक आवेदन देकर मुलाकात की इच्छा जाहिर की। जेल नियमों के मुताबिक वह अपने साथ कोरोना जांच रिपोर्ट भी साथ लाए थे। औपचारिकताएं पूरी करने के बाद मुख्तार से उनकी निर्धारित स्थल पर टीनशेड के नीचे मुलाकात कराई गई। करीब तीस मिनट तक दोनों के बीच बातचीत हुई। हालांकि मुलाकात के लिए कटाई जाने वाली पर्ची नहीं बनवाई गई थी। सांसद के आवेदन और आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट के आधार पर मुलाकात कराई गई। मुलाकात स्थल पर ही सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं।
जेल सूत्रों के मुताबिक करीब 12 बजे अफजल अंसारी गाड़ी से बाहर निकले। उसके पूर्व उन्होंने जेल अधीक्षक अरुण कुमार से अपने भाई मुख्तार अंसारी की सुरक्षा व बीमारी को लेकर बातचीत की। जेल प्रशासन की ओर से कहा गया कि सुरक्षा व्यवस्था चौकस है। हर स्तर की सतर्कता बरती जा रही है। सांसद ने मुख्तार की जान पर खतरे का अंदेशा भी जताया है। जेल सूत्र बताते हैं कि दोनों के बीच मुलाकात एकांत में हुई, जिससे बातचीत का विवरण नहीं मिल सका। हालांकि बातचीत घर-परिवार और मुकदमों से संबंधित ही रही। जेल अधीक्षक अरुण कुमार ने बताया कि जेल नियमों के तहत तीस मिनट बातचीत कराई गई है।
इससे पहले दोनों ने फोन पर की थी बात: मंडल कारागार में निरुद्ध मुख्तार ने मऊ कोर्ट में वर्चुअल पेशी के दौरान फोन पर वकील व स्वजन से बात कराने की मांग की थी। तब सत्यापन कराने के पश्चात माफिया की करीब पांच मिनट तक बड़े भाई अफजल अंसारी से बात हुई थी। बातचीत के दौरान सीसीटीवी कैमरों की निगरानी भी होती रही थी। हालांकि तब उसकी बात वकील दारोगा सिंह व पत्नी अफशां अंसारी से बात नहीं हो सकी थी।।