हिन्दू समाज में एक शादीशुदा महिला की निशानी होती है उसके माथे की बिंदिया। हम यह जानते है की माथे पर लगी बिंदी महिलाओं का सौंदर्य बढ़ाती है लेकिन ये बिंदी सिर्फ सौंदर्य ही नही बढ़ाती बल्कि स्वास्थ्य के लिये भी बहुत लाभकारी होती है।
माथे पर लगी बिंदी के फायदे:
1.चेहरे पर झुर्रिया: बिन्दी लगाने से चेहरे के मसल्स में रक्त का प्रवाह बढ़ता है इससे झुर्रियां कम होती हैं।
2.एकाग्रता के केंद्र: बिंदी को दो भौंह के बीच लगाया जाता है। इस जगह को तृतीय नेत्र भी कहते हैं। बिन्दी लगाने से मन शांत और तनाव कम होता है।
3.सिरदर्द से राहत: माथे के इस बिन्दु को मसाज करने से सिरदर्द से तुरन्त राहत मिलती है, क्योंकि इससे नसों और रक्त कोशिकाओं को आराम मिलता है।
4.साइनस से आराम: इस प्वाइंट पर मसाज करने पर साइनस के कारण सूजन कम हो जाता है और बंद नाक खुल जाता है।
5.मन को शांत: भौंह के बीच का ये हिस्सा बेहद संवेदनशील होता है तनाव होने पर हमारा यही हिस्सा दुखने लगता है। बिंदी इसको शांत करके क्षति को पूर्ण करने में मदद करती है।
6.अनिद्रा से राहत: बिंदी लगाने से चेहरा, गर्दन, पीठ और शरीर के ऊपरी भाग के मसल्स को आराम मिलता है जिससे अनिद्रा की बीमारी से राहत मिलती है।
2.एकाग्रता के केंद्र: बिंदी को दो भौंह के बीच लगाया जाता है। इस जगह को तृतीय नेत्र भी कहते हैं। बिन्दी लगाने से मन शांत और तनाव कम होता है।
3.सिरदर्द से राहत: माथे के इस बिन्दु को मसाज करने से सिरदर्द से तुरन्त राहत मिलती है, क्योंकि इससे नसों और रक्त कोशिकाओं को आराम मिलता है।
4.साइनस से आराम: इस प्वाइंट पर मसाज करने पर साइनस के कारण सूजन कम हो जाता है और बंद नाक खुल जाता है।
5.मन को शांत: भौंह के बीच का ये हिस्सा बेहद संवेदनशील होता है तनाव होने पर हमारा यही हिस्सा दुखने लगता है। बिंदी इसको शांत करके क्षति को पूर्ण करने में मदद करती है।
6.अनिद्रा से राहत: बिंदी लगाने से चेहरा, गर्दन, पीठ और शरीर के ऊपरी भाग के मसल्स को आराम मिलता है जिससे अनिद्रा की बीमारी से राहत मिलती है।