मात्र 27 दिन के भीतर पूरे देश से राममंदिर निर्माण के लिए 1511 करोड़ की धनराशि हुई जमा : स्वामी गोविंद देव गिरि

राम मंदिर निर्माण के लिए मकर संक्रांति से चल रहे निधि समर्पण अभियान में ‘जन-जन के राम’ की अवधारणा की पुष्टि हो रही है। पूरे देश में समर्पण अभियान को लेकर जो उत्साह दिख रहा है, उसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मात्र 27 दिन के भीतर पूरे देश से राममंदिर निर्माण के लिए 1,511 करोड़ की धनराशि जमा हो चुकी है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि ने यह जानकारी दी है।

उन्होंने कहा कि गुरुवार शाम तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 1,511 करोड़ रुपये एकत्र किए जा चुके हैं। आपको बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पूरे देश में हर वर्ग समर्पण निधि में अपना सहयोग दे रहा है।

छोटे बच्चे भी गुल्लक के माध्यम से समर्पण निधि रामलला को अर्पित कर रहे हैं तो मजदूर, भिखारी, ठेला-खोमचा, रिक्शा चालक भी अपनी सामर्थ्य के अनुसार राममंदिर के लिए सहयोग कर रहे हैं। पूरब से लेकर पश्चिम, उत्तर से लेकर दक्षिण सभी दिशाओं से हर जाति, मजहब, पंथ के लोग राममंदिर के लिए दान दे रहे हैं। देश में एक लाख पचास हजार टोलियां संग्रह कर रही हैं।

35 हजार कार्यकर्ता बैंक में समर्पण राशि डिपॉजिट कर रहे हैं। 13 करोड़ से ज्यादा 10 रुपये 100 रुपये व 1000 के कूपन रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से छापे गए थे, लेकिन कई राज्यों से जो सूचनाएं आ रही हैं उसमें यह कूपन समाप्त होने लगे हैं।

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट नए सिरे से कूपन छपवाने में लगा है। यही नहीं दक्षिण भारत में मुंबई और हैदराबाद में समर्पण निधि के कूपन छपाए गए हैं। मेघालय, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड जैसे राज्यों से समर्पण राशि मिल रही है। देश के हर राज्य में हर वर्ग रामलला के मंदिर में अपना सहयोग करने के लिए आतुर है।

27 फरवरी के बाद समर्पण निधि अभियान समाप्त हो जाएगा और कोई भी कार्यकर्ता राम मंदिर निर्माण के लिए कूपन लेकर किसी के घर नहीं जाएगा। जिनको भी सहयोग करना होगा वह ट्रस्ट कार्यालय या रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से जारी भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक के अकाउंट में राम मंदिर के लिए सहयोग कर सकता है।

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