आज बहुत जरूरी हो तभी आप घरों से बाहर निकलें वरना घरों में ही रहें। माघी पूर्णिमा के साथ ही एक माह का कल्पवास भी रविवार को समाप्त हो गया है। गंगा पूजन, अर्चन कर कल्पवासी वापस जाने लगे हैं। इससे मेला के साथ ही शहर के मार्गों पर भी जाम की स्थिति है। शाम को जाम और बढऩे की उम्मीद है।
कई जिलों के कल्पवासी संगम की रेती पर करते हैं कल्पवास
माघी पूर्णिमा के साथ ही एक माह के कल्पवास का भी समापन हो गया है। गंगा स्नान और पूजन, दान कर कल्पवासी भी लौटने लगे हैं। उन्हें घर ले जाने के लिए प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़, फतेहपुर समेत आसपास के कई जिलों से स्वजन गाडिय़ां लेकर मेला क्षेत्र में मौजूद हैं। कई गंतव्य की ओर जाने लगे हैं। ज्यादातर ट्रैक्टर और मैजिक जैसी गाडिय़ां लेकर आए हैं। जिस पर शिविर का सामान लादकर वापस ले जा रहे हैं।
हर तरफ जाम से शहरवासियों की दिक्कत
हर तरफ से गाडिय़ां मेले के पास पहुंचीं और वापस लौटने लगीं हैं तो शास्त्री पुल से लेकर अलोपीबाग, बैरहना से राम बाग तक जाम लग गया है। शाम को स्थिति और भी खराब रहेगी। इससे शहरवासियों को भी दिक्कत हो रही है। सीएमपी डाट पुल और सोहबतियाबाग की तरफ भी जाम का झाम रहा। ट्रैफिक और स्थानीय पुलिस यातायात संचालन की कोशिश कर रही है। वहीं शनिवार को भी देर रात तक जाम लगा रहा।
यातायात व्यवस्था को संभालने में पुलिस कर्मियों का छूट रहा पसीना
माघ मेला के माघी पूर्णिमा स्नान पर्व पर दूर-दूर से आने वाले स्नानार्थियों और पर्यटकों की सुरक्षा तथा सुविधा के लिए सुरक्षा बलों ने चौकसी बढ़ा दी। ट्रैफिक पुलिस भी मुस्तैद रही हालांकि बड़ी संख्या में वाहनों के आने से मेला क्षेत्र की सड़कों पर शनिवार की रात तक जाम लगा रहा। माघ मेला में सुरक्षा इंतजाम के लिए साढ़े तीन हजार पुलिस बल के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स, पीएसी, बाढ़ राहत दल, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की तैनाती की गई है।
भीड़ के मद्देनजर मेला में दो पहिया वाहनों पर भी रोक
माघ मेला में चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर शनिवार सुबह से ही रोक लगा दी थी। रविवार को माघी पूर्णिमा स्नान पर्व पर सुबह तो दो पहिया वाहनों को मेला क्षेत्र में जाने दिया जा रहा था। वहीं दोपहर में भीड़ बढऩे के साथ ही दो पहिया वाहनों को भी रोक दिया गया है।
माघी पूर्णिमा पर अभी तक नहीं चलीं मेला स्पेशल ट्रेनें
माघ मेले के पांचवें स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर रेलवे की ओर से भीड़ को देखते हुए मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन करने की योजना थी। उत्तर मध्य रेलवे ने इलाहाबाद जंक्शन और इलाहाबाद छिवकी स्टेशन से कुल छह मेला स्पेशल ट्रेनों को चलाने की तैयारी कर रखी है। उत्तर रेलवे ने प्रयाग जंक्शन से दो मेला स्पेशल और पूर्वोत्तर रेलवे ने इलाहाबाद सिटी स्टेशन से भी दो स्पेशल टे्रनें चलाने की तैयारी कर रखी है। हालांकि अभी तक अपेक्षित भीड़ न होने के कारण एक भी मेला स्पेशल ट्रेन नहीं चली है।
भीड़ बढ़ी तो चलेंगी मेला स्पेशल
हां भीड़ बढ़ी तो मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन होगा। माघी पूर्णिमा स्नान को देखते हुए प्रयागराज से गुजरने वाली अधिकांश ट्रेनों को अतिरिक्त ठहराव दिया गया है, ताकि श्रद्धालु आसानी से नियमित ट्रेनों से जा सकें। रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा का इंतजाम किया गया है। इस स्नान पर्व पर इलाहाबाद जंक्शन पर सिविल लाइंस साइड से रास्ता बंद नहीं किया गया है। इससे श्रद्धालुओं और यात्रियों को ट्रेन पकडऩे में आसानी हो रही है। मेला स्पेशल ट्रेनों को चलाने के लिए अतिरिक्त कोच मंगवाकर रख लिए गए हैं।