असम में समूह ग की सीधी भर्ती परीक्षा रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच हुई थी। इस परीक्षा में राज्य भर के 2,305 केंद्रों पर 11,23,204 उम्मीदवार शामिल हुए थे। परीक्षा के दौरान पूरे राज्य में साढ़े तीन घंटे तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं थीं।
समूह ग की असम सीधी भर्ती परीक्षा में एक महिला पुलिसकर्मी पर एक परीक्षार्थी के निजी अंगों की तलाशी लेने का आरोप लगा है। मामले में असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने डीजीपी को जांच के आदेश दिए हैं।
दरअसल असम में समूह ग की सीधी भर्ती परीक्षा रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच हुई थी। इस परीक्षा में राज्य भर के 2,305 केंद्रों पर 11,23,204 उम्मीदवार शामिल हुए थे। परीक्षा के दौरान पूरे राज्य में साढ़े तीन घंटे तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं थीं। इस दौरान नलबाड़ी में एक परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी ने महिला पुलिसकर्मी पर उसके निजी अंगों की जांच करने का आरोप लगाया था।
मामले में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने एक्स पर पोस्ट किया कि नलबाड़ी घटना पर डीजीपी को जांच के निर्देश दिए हैं। जहां एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि एक महिला कांस्टेबल ने परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले उसके निजी अंगों की तलाशी ली। उन्होंने कहा कि मेरे लिए माताओं और बहनों की गरिमा और सम्मान अत्यंत महत्वपूर्ण और समझौता योग्य नहीं है। सरकार के पास उच्चतम स्तर की सत्यनिष्ठा और पारदर्शिता के साथ असम सीधी भर्ती परीक्षा (एडीआरई) कराने का महत्वपूर्ण कार्य है।
सरमा ने कहा कि हम अपनी पूरी युवा पीढ़ी के प्रति इसके ऋणी हैं और किसी भी परिस्थिति में इससे समझौता नहीं किया जा सकता है। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि महिला उम्मीदवारों की शालीनता और गरिमा हर समय बरकरार रहे।
उन्होंने कहा कि महिलाओं से जुड़ी तलाशी को लेकर न्यायालयों के प्रासंगिक निर्णयों और महिला आयोग के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए एक उचित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) विकसित की जाए। इसे परीक्षाओं से पहले प्रसारित किया जाए। डीजीपी ने सीएम को उत्तरी लखीमपुर में परीक्षा के दौरान एक महिला उम्मीदवार के पास से नकल सामग्री बरामद किए जाने की जानकारी दी।