शिवरात्रि 4 मार्च को है शिव भक्तों ने शिव को प्रसन्न करने के लिए अभी के तैयारी शुरु कर दी है। वैसे तो साल में लगभग 12 या 13 शिवरात्रियां होती हैं, हर महीने में पूर्णिमा से एक दिन पहले त्रयोदशी के दिन शिवरात्रि होती है, लेकिन पूरे साल में आने वाली शिवरात्रि में से फागुन माह में आने वाली शिवरात्रि को विशेष माना जाता है।
शिवमहापुराण में माना गया है जो व्यक्ति महाशिवरात्रि के दिन सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा व आराधना करता है उसे जीवन में आसानी से सफलता मिलती है व धन-संपदा और खुशहाली मिलती है। महाशिवरात्रि के दिन शिव पूजा का शुभ समय मध्य रात्रि में माना गया हैं। महाशिवरात्रि के दिन अगर इस उपाय को करते हैं तो शिवजी अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं। महाशिवरात्रि पर इस विधान से पूजन कर पाये शिवजी की विशेष कृपा पाने के लिए करें इस उपाय को-
महाशिवरात्रि के दिन ब्रह्ममुहूर्त में स्नान करने के बाद शिव मंदिर में भगवान शिवजी की पूजा करें।
महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग का पूजन करें, व सबसे पहले देवी पार्वती और नंदी जी को पंचामृत व जल अर्पित करें। इसके बाद शिवलिंग का षोडशोपचार पूजन करें।
शिवलिंग में पंचामृत व जल अर्पित करने के बाद शिवलिंग को स्पर्श करे, व ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। इसके बाद चावल, सफेद तिल, साबुत मूंग, जौ, सत्तू, व बेलपत्र, फल-फूल, चंदन, शहद, घी, इत्र, केसर, धतूरा, कलावा, रुद्राक्ष और भस्म चढ़ाएं व शिवलिंग की पूजा करते हैं।
महाशिवरात्रि के दिन निराहार रहें या फलाहार करें शिवरात्रि के दिन खट्टी चीजों का सेवन करने से बचें। व इस दिन काले रंग के कपडें पहनने से भी बचें।