महाराष्ट्र में जबरदस्त सियासी घमासान जारी है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल आज राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने वाला है. हालांकि, इस मुलाकात से पहले राजभवन की ओर से बताया गया कि राज्यपाल कोश्यारी शहर में नहीं हैं और न ही किसी को मिलने को समय दिया गया है. इस बीच खबर है कि राज्यपाल ने आज परमबीर सिंह के लेटर पर सरकार से रिपोर्ट तलब किया है.
गौरतलब है कि ‘100 करोड़ की वसूली’ केस में बीजेपी ने गवर्नर से दखल की गुहार लगाई थी. इसके बाद आज उद्धव ठाकरे एक प्रतिनिधिमंडल के साथ गवर्नर से मिलने वाले हैं. इसमें कांग्रेस और एनसीपी के नेता भी शामिल होंगे. उद्धव गवर्नर के सामने ताजा विवाद पर अपना पक्ष रखेंगे. कल बीजेपी ने गवर्नर से मुलाकात करके कई आरोप लगाए थे.
महाराष्ट्र में ‘लेटर बम’ के बाद आए सियासी भूचाल के बीच राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार की कल पहली कैबिनेट बैठक हुई. बैठक में गृह मंत्री अनिल देशमुख समेत अन्य मंत्री भी शामिल हुए. कैबिनेट बैठक के बाद सभी अधिकारियों को बाहर कर मंत्रियों की अलग से बैठक भी हुई. यह राज्य में ‘लेटर बम’ के बाद पहली कैबिनेट बैठक है. यह बैठक करीब 45 मिनट चली.
कैबिनेट बैठक के बाद गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘परमबीर सिंह द्वारा मुझपर लगाए गए आरापों की जांच करवाकर “दूध का दूध, पानी का पानी” करने कि मांग मैंने माननीय मुख्यमंत्री महोदय से की थी. अगर वे जांच के आदेश देते हैं तो मैं उसका स्वागत करूंगा.’
एंटीलिया मामले में सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद परमबीर सिंह को मुंबई पुलिस कमिश्नर पद से हटाकर होमगार्ड विभाग में भेज दिया गया था. इसके बाद परमबीर सिंह ने सीएम उद्धव ठाकरे के नाम चिट्ठी लिखी थी. उन्होंने इस पत्र में अनिल देशमुख पर संगीन आरोप लगाए थे.
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाया था कि उन्होंने सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपये वसूलने का टारगेट दिया था. यह वसूली पब और बार से की जानी थी. सीएम उद्धव को लिखी चिट्ठी लीक हो गई और इसके बाद महाराष्ट्र में सियासी भूचाल आया हुआ है.