महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर, जालना और बीड़ जिलों में मंगलवार को भारी बारिश और बांधों से पानी छोड़ने के कारण गोदावरी नदी के किनारे बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। धाराशिव जिला पहले से ही बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहा है और मराठवाड़ा के 129 राजस्व इलाकों में पिछले चौबीस घंटों में बहुत ज्यादा बारिश हुई है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा कि राज्य सरकार को उन किसानों की जल्द से जल्द मदद करनी चाहिए, जिन्हें भारी बारिश की वजह से नुकसान हुआ है। सोमवार की रात से मराठवाड़ा क्षेत्र के छत्रपति संभाजीनगर के जयकवाडी बांध और बीड़ के माजलगांव बांध के जलस्रत वाले इलाकों में तेज बारिश हो रही है।
एक राजस्व अधिकारी ने कहा, कुछ इलाकों में ऐसा लगा जैसे बादल फट गए हों। उन्होंने बताया कि दोनों बांध लगभग पूरी तरह भरे हुए थे और लगातार बारिश की वजह से वहां से पानी छोड़ा जा रहा था। राजस्व अधिकारी ने कहा कि माजलगांव बांध के जलस्रोत वाले इलाकों जावलाला और रामोडा में सोमवार की रात क्रमश: 160 मिलीमीटर और 120 मिलीमीटर बारिश हुई है।
अधिकारी ने बताया कि जयकवाडी बांध के जलस्रोत वाले इलाके गंगापुर में 46 मिमी, पैठान में 92 मिमी और भेंडला में 52 मिमी बारिश हुई है। इस कारण जयकवाडी और माजलगांव बांधों से गोदावरी नदी में मंगलवार सुबह तक क्रमश: 1.03 लाख क्यूसेक और 1.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। उन्होंने यह भी बताया कि जालना जिले के घनसावंगी और अम्बड तालुका व बीड़ जिले के गेवराई तालुका में भी सामान्य से अधिक बारिश हुई है।
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