मिलेनियम स्टार अमिताभ बच्चन को वडोदरा में सयाजी रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया। बच्चन ने यहां पिता हरिवंश राय बच्चन की जिंदगी की कशमकश पर लिखी गई मानवीय भावना से ओतप्रोत कविता सुनाकर सबको भाव विह्रल कर दिया। बच्चन ने कहा कि यह सम्मान मेरे लिए अनमोल है।
वडोदरा के एक दिन के मेहमान बने बिग बी अमिताभ बच्चन ने सयाजी रत्न अवार्ड पाकर भावुक हो गए और कहा कि वडोदरा उनका घर जैसा है। उन्होंने आम आदमी के जीवन की कशमकश पर पिता हरिवंश राय बच्चन की कविता जिंदगी और जमाने की कशमकश, बाप के पास बेटे के सवाल का जवाब न था कि, मुझे पैदा क्यों किया? उन्होंने अपने पिता के कवि सम्मेलन के दौर की बात याद करते हुए कहा कि जब वे रात को दो तीन बजे घर लौटते तो अक्सर हम पूछते इतनी देर से क्यों आए तो वो कहते थे बेटा पैसा बड़ी चीज है।
अमिताभ ने खुद अपने जीवन की कठिनाई व उतार चढ़ाव को याद करते हुए कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में आने के बाद उन्हें तीन शिफ्ट में काम करना पड़ता था। कई बार रात दस बजे से सुबह चार बजे तक काम करते और सुबह घर पहुंचते तो बच्चे पूछते बाबूजी ऐसा काम क्यों करते हैं, तब वे भी बच्चों को यही कहते की पैसा बड़ी चीज है।
गौरतलब है कि वडोदरा मैनजमेंट एसोसिएशन ने वर्ष 2013 में इस अवार्ड की शुरुआत की थी तथा रतन टाटा सहित कई जानी मानी शख्सियत को इस अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।