मौलाना कल्बे जव्वाद ने महंत नरसिंहानंद सरस्वती के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि महंत नरसिंहानंद जैसे लोग देश का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
जव्वाद ने कहा कि शोहरत के लिए देश में मुसलमानों की भावनाओं को आहत कर उनके खिलाफ नफरत फैलाने का ट्रेंड चल रहा है। कभी कोई सरकार से पद पाने के लिए, तो कभी कोई सरकारी सुरक्षा हासिल करने के लिए ऐसे बयान दे रहा है। पैगंबर हजरत मोहम्मद का अपमान करना देश में अशांति फैलाने का प्रयास है।
अगर कोई मुसलमान किसी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करता है तो उसे तुरंत गिरफ्तार करके जेल भेज दिया जाता है, लेकिन जब कोई मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देता है तो उसे सरकार कड़ी सुरक्षा प्रदान करती है और पद भी देती है।
उन्होंने वसीम रिजवी के खिलाफ भी अब तक कार्रवाई न होने पर अफसोस जताया। कहा, ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करना गलत है और इससे देश की गंगा-जमुनी सभ्यता को नुकसान पहुंच सकता है। राष्ट्रीय सामाजिक कार्यकर्ता संगठन के संयोजक मो. आफाक ने भी नरसिंघानंद के बयान की कड़ी निंदा की।