मलयालय की जानी मानी लेखिका और कवियित्रि अशिता दुनिया को लिए अलविदा कह गई। उनकी आयु 63 वर्ष थी और वह काफी समय से कैसर से पीड़ित थी। 
मलयालम में जाना पहचाना नाम रही अशिता को वर्ष 1986 में इडासेरी अवार्ड और 1994 में ललितांबिका अंतर्जनम अवार्ड से सम्मानित किया गया था। अशिता का जन्म 5 अप्रैल को केरल के थ्रिसूर में हुआ था। दिल्ली और बॉम्बे स पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पीजी की पढ़ाई इर्नाकुलम के महराजा कॉलेज से इंग्लिश लिटरेचर से एमए किया था।
बता दें कि उनकी लगभग 20 किताबें पब्लिश हुई थी। जिसमें कविता अनुवाद बाल साहित्य शामिल है। उनकी सबसे मशहूर किताबों में से विस्मय चिहंगल अपूर्णा वीरमंगल, अशिथयुडे कथकल, माझामेंगलम आदि शामिल हैं। वो अपने पति केवी रामनकुट्टी और बेटी उमा प्रसेदा के सााथ रहती थी।
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