मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रजाक अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के हाई प्रोफाइल मामले में दूसरे दिन सोमवार को अदालत में पेश हुए. इसी घोटाले के कारण नजीब का सत्तारूढ़ गठबंधन सत्ता से बाहर हो गया था.
62 वर्षीय नजीब मलेशिया पर अर्थव्यवस्था को विकसित करने में मदद के लिए स्थापित धन निधि 1एमडीबी में कथित रूप से हेराफेरी करने का आरोप है. पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ मामले की सुनवाई तीन अप्रैल को आरंभ हुई थी. नजीब ने 1एमडीबी की एक पूर्व इकाई एसआरसी इंटरनेशनल से करीब एक करोड़ तीन लाख डॉलर की कथित चोरी संबंधी सात आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया.
यह 1एमडीबी से कथित रूप से चुराए धन का केवल एक अंश है. हालांकि नजीब ने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है. नजीब सोमवार को दूसरे दिन सुनवाई के लिए यहां उच्च न्यायालय में पेश हुए. सुनवाई की शुरूआत में बचाव पक्ष ने कंपनीज कमीशन ऑफ मलेशिया के अधिकारी मोहम्मद अकमलुद्दीन अब्दुल्ला से कॉरपोरेट रिकॉर्ड संबंधी तकनीकी मामलों पर जिरह की.
इससे पहले महीने की शुरूआत में सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से अटार्नी जनरल टॉमी थामस ने ‘हाई कोर्ट’ से कहा कि आरोपी पूर्व प्रधानमंत्री हैं और वह करीब एक दशक तक देश के सबसे शक्तिशाली पद पर रहे हैं. इस दौरान उनके पास व्यापक अधिकार थे.
उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह के विशेषाधिकार में व्यापक जिम्मेदारी भी होती है. आरोपी कानून से ऊपर नहीं हैं.’’
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal