पश्चिम बंगाल की सियासत में पिछले दिनों सीबीआई की कार्यप्रणाली को लेकर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस आमने-सामने नज़र आये. अब इस मामले में एक ऐसा मोड़ आ गया है जो सीबीआई को तो चिंता में ला ही देगा, भाजपा नेताओं को भी मुश्किल में लाएगा. सीबीआई पर मचे बवाल के बीच कोलकाता पुलिस ने सीबीआई के एक अधिकारी को नोटिस जारी कर दिया है. इस नोटिस के आने के बाद हड़कंप की स्थिति हो गई है. ये एक पुराना मामला है जिसको लेकर अब नई तरह नोटिस जारी किया गया है.
पश्चिम बंगाल पुलिस ने पांच महीने पहले 45 लाख रूपये की धांधली के मामले को दर्ज किया था जिसमें सीबीआई के पूर्व अधिकारी के शामिल होने के आरोप लगे थे. सीबीआई पूर्वी क्षेत्र के एक अधिकारी पंकज श्रीवास्तव का नाम इसमें आया था. कोलकाता पुलिस ने अब उन्हें फिर से नोटिस जारी किया है. ख़बर के मुताबिक़ पिछले साल अगस्त के महीने में एक कारोबारी ने सीबीआई के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की थी. कारोबारी ने कहा था कि कुछ लोगों को सीबीआई अधिकारियों के रूप में पेश किया जा रहा है.
इस मामले में जब विशेष कार्यवाही नहीं हुई तो उसने अलीपुर अदालत में अर्जी दी. इसके बाद अदालत ने इस मामले में केस दर्ज करने का आदेश दिया. इस मामले को लेकर अब कोलकाता पुलिस की ओर से सीबीआई अधिकारी पंकज श्रीवास्तव को नोटिस जारी किया गया है. सीबीआई अधिकारी पंकज श्रीवास्तव को ऐसे समय नोटिस भेजा गया है जब बीते दिनों सुप्रीमकोर्ट ने सीबीआई बवाल पर सुनवाई करते हुये कोलकाता पुलिस कमीशनर राजीव कुमार को सीबीआई के सामेन पेश होने का आदेश दिया है.
सुप्रीमकोर्ट ने कहा है कि पुलिस कमीशनर राजीव कुमार सीबीआई के साथ पूछ ताछ में सहयोग करें, चिटफंड मामले में उनके पास जो भी सुबूत हों, वह सीबीआई को दे दें. इस बारे में समझने की बात है कि सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई की भी पूरी बात नहीं मानी है. सीबीआई ने कहा था कि पुलिस कमिश्नर सुबूत मिटाने की कोशिश कर रहे हैं और अदालात के आदेश की अवमानना कर रहे हैं लेकिन अदालत ने इस बारे में बात नहीं मानी.