भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की गिनती मौजूदा दौर में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में होती है. ऑस्ट्रेलिया दौरे और इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में अश्विन का प्रदर्शन अव्वल दर्जे का रहा है. उन्होंने ना सिर्फ गेंद, बल्कि बल्ले से भी दमदार प्रदर्शन किया है. टीम को चाहे विकेट की तलाश हो या मुश्किल हालात में रन जुटाने की, अश्विन ने इसे पूरा किया है. गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन करने वाले अश्विन टीम इंडिया के मिस्टर भरोसेमंद बन गए हैं.
बल्लेबाज के तौर पर अपना क्रिकेट करियर शुरू करने वाल अश्विन इन दिनों गेंद से टेस्ट क्रिकेट में एक-एक कर कई रिकॉर्ड अपने नाम कर रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में वो 400 विकेट लेने से 9 कदम दूर हैं. चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट मैच में उन्होंने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया. वो 200 बार बाएं हाथ के बल्लेबाज को आउट कर चुके हैं. ऐसा करने वाले अश्विन दुनिया के पहले गेंदबाज हैं. इसके अलावा वो भारत में 268 टेस्ट विकेट भी ले चुके हैं. उन्होंने हरभजन सिंह को पीछे छोड़ा. हरभजन के नाम भारत में 265 टेस्ट विकेट हैं. अश्विन से आगे सिर्फ अनिल कुंबले हैं.
यही नहीं अश्विन 29 बार पारी में 5 या उससे ज्यादा विकेट ले चुके हैं. चेन्नई टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी में 5 विकेट लेने वाले अश्विन ने ग्लेन मैक्ग्रा की बराबरी कर ली. टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार पारी में 5 विकेट लेने वाले गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन हैं. उन्होंने 67 बार ये कमाल किया था. ये सभी रिकॉर्ड साबित करते हैं कि क्यों अश्विन की गिनती दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में होती है.
अश्विन ने सिर्फ फिरकी से नहीं बल्ले से भी कमाल किया है. सिडनी टेस्ट ड्रॉ कराने में अश्विन का अहम योगदान रहा था. उन्होंने हनुमा विहारी के साथ ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का डटकर सामना किया था. दोनों की साझेदारी की बदौलत ही भारत मैच बचाने में कामयाब रहा था. अश्विन ने 128 गेंदों का सामना कर नाबाद 39 रन बनाए थे. अश्विन ने इस मैच में 2 विकेट भी निकाले थे.
इससे पहले मेलबर्न में टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत में भी अश्विन चमके थे. यहां पर उन्होंने गेंद से कमाल किया था. तेज गेंदबाजों के लिए मददगार मेलबर्न की पिच पर उन्होंने पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 2 विकेट चटकाए थे. वहीं, इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में भी अश्विन ऑलराउंड प्रदर्शन कर रहे हैं.
चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारत को 227 रनों से हार मिली थी, लेकिन अश्विन का प्रदर्शन कमाल का रहा था. उन्होंने पहली पारी में इंग्लैंड के 3 विकेट झटके थे और मुश्किल हालात में 31 रन भी बनाए थे. दूसरी पारी में अश्विन के 6 विकेट की बदौलत भारत ने इंग्लैंड को 178 रनों पर समेट दिया था.
अश्विन के हाल के प्रदर्शन के देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि विकेट के साथ रनों के लिए भी उनकी भूख बढ़ती जा रही है. चेन्नई में ही जारी इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में उन्होंने 5 विकेट चटकाए. इसके बाद दूसरी पारी में भारत को जब ऐसे बल्लेबाज की जरूरत थी जो विराट कोहली का साथ दे सके तो ऐसे में अश्विन कहां चूकने वाले थे. उन्होंने कठिन पिच पर विराट कोहली के साथ अच्छी साझेदारी की और भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया. बता दें कि अश्विन जब क्रीज पर आए थे तब भारत का स्कोर 106 रन था और उसके 6 विकेट गिर चुके थे. अश्विन ने अपने करियर का 12वां अर्धशतक ठोका. अश्विन के नाम टेस्ट क्रिकेट में 4 शतक भी हैं.