देश में एक बार फिर कोरोना के बढ़ते मामले दस्तक दे रहे हैं। महाराष्ट्र में पिछले एक हफ्ते में 50,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं, तो वहीं मध्यप्रदेश के इंदौर और भोपाल में भी संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इंदौर में तो कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने प्रवेश कर लिया है और यहां छह लोगों ने कोरोना का नया स्ट्रेन पाया गया है।
पिछले महीने नई दिल्ली जांच के लिए भेजे गए छह मरीजों में यूनाइटेड किंगडम वाले कोरोना स्ट्रेन की मौजूदगी पाई गई है। लेकिन इसमें हैरान करने वाली बात यह है कि ये छह लोग कभी विदेश गए ही नहीं, तो ऐसे में सवाल पैदा होता है कि आखिर इन लोगों में कोरोना का नया स्ट्रेन मिला कैसे?
भोपाल में कोरोना की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इंदौर और भोपाल में कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। अगर अगले तीन दिनों तक कोरोना के दैनिक मामलों में गिरावट नहीं देखी गई तो आठ मार्च से दोनों शहरों में नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया जाएगा।
इंदौर में पिछले तीन दिन में 491 और भोपाल में 278 संक्रमित मामले सामने आए। जबलपुर, बैतुल, छिंदवाड़ा, उज्जैन और महाराष्ट्र से लगे जिलों में कोविड-19 के मामलों में बढ़त देखी जा रही है। महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों के लिए अब कोरोना निगेटिव की रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य कर दिया गया है। इसकी जवाबदेही बस ऑपरेटरों की होगी।
बता दें कि देश में कोरोना के 16,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, वहां अकेले महाराष्ट्र में शुक्रवार को 10,216 नए मामले सामने आए। दिल्ली में डेढ़ महीने बाद 312 संक्रमित मामले मिले हैं। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि जो दुकानदार या ग्राहक, बिना मास्क के दिखा तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि कोरोना के नए स्ट्रेन को बी.1.1.7 के नाम से भी जाना जाता है। दुनिया में कोरोना के इस नए स्ट्रेन के कई म्यूटेशन भी देखे गए हैं। एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर के डीन डॉक्टर संजय दीक्षित का कहना है कि कोरोना का ये नया स्ट्रेन फैलता तेजी से है लेकिन इससे मृत्युदर ज्यादा नहीं है।