मध्य प्रदेश के मंदसौर में जारी हिंसा अब थोड़ा थमने लगा है. इस हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने जिले में बीते मंगलवार से ही यहां कर्फ्यू लगा रखा था, हालांकि अब हालात सामान्य होता देख प्रशासन ने कुछ इलाकों में कर्फ्यू में ढील देने का फैसला किया है. मंदसौर के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने कहा, जिले के चार थाना क्षेत्रों में लगे कर्फ्यू में सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक ढील दी जाएगी.
बता दें कि मंदसौर में बीते मंगलवार को पुलिस फायरिंग में पांच किसानों की मौत के बाद से मालवा के सात जिलों तक हिंसक विरोध प्रदर्शन फैल गया था. वहीं दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) का एक प्रतिनिधिमंडल मंदसौर दौरे पर जा रहा है. AAP का कहना है कि वे 10 जून से वे किसानों के हक में देश भर में प्रदर्शन करेंगे.
इससे पहले शाजापुर कृषि मंडी में गुरुवार को प्याज खरीद शुरू होने से नाराज किसानों ने एक ट्रक और चार मोटर साइकिलों में आग लगा दी. इसके साथ ही आंदोलनकारियों ने अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व (एसडीएम) राजेश यादव से मारपीट भी की, जिससे उनके पैर की हड्डी टूट गई. इसी तरह देवास में एक ट्रक को उपद्रवियों ने आग लगा दी. इस बीच बढ़ती हिंसा के चलते भोपाल-इंदौर मार्ग पर बसों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है.
पुलिस इस हिंसा के संबंध में कम से कम 56 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 100 से ज्यादा को हिरासत में लिया गया है. मंदसौर शहर के चार पुलिस थाना इलाकों और जिले में पिपलिया मंडी में शाम चार बजे से छह बजे तक कर्फ्यू में दी गई दो घंटे की ढील शांतिपूर्वक रही. हालांकि इस दौरान कुछ इलाकों में लोगों को प्रदर्शन के लिए उकसाने वाली पर्चियां बांटने की खबर है और पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है.
पीएम की चुप्पी पर AAP का सवाल
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता संजय सिंह ने मंदसौर में किसानों के गुस्से की तरफ दिलाते हुए कहा कि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में किसानों के आंदोलन का कारण केंद्र और राज्य सरकारों की किसानों के प्रति ‘उदासीनता’ है. सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘यूरोप, अफगानिस्तान या पाकिस्तान में अगर कोई छोटी सी घटना भी होती है, तो दुनिया में इस पर ट्वीट करने वाले पहले शख्स हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होते हैं. वह सबसे पहले इन पर बोलते हैं, लेकिन, उन्होंने किसानों की मौत पर एक शब्द भी नहीं बोला.’