एजेंसी/ नई दिल्ली : अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकाॅप्टर सौदे के विवाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी की कांग्रेस द्वारा आलोचना की गई। जिस पर पलटवार करते हुए अरुण जेटली ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरूद्ध प्रधानमंत्री की आवाज को दबाया नहीं जा सकता है। इस मामले में राज्यसभा की बैठक प्रारंभ होने पर कांग्रेस के लक्ष्मण शांताराम नाईक ने विरोध किया।
उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के विरूद्ध विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी के ही साथ रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर पर आरोप लगाए हैं उन्होंने कहा है कि पर्रिकर संसद के बाहर झूठ बोल रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु में चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रत्यक्षतौर पर इटली मूल की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर वार किया। जिसके बाद कांग्रेस ने पीएम मोदी पर तरह – तरह के आरोप लगाए। दरअसल उन्होंने अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकाॅप्टर के सौद पर चर्चा के बाद विरोधाभासी बयानबाजी की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में आकर स्थिति को स्पष्ट करने की बात कही। इसके अलावा संसद में विशेषाधिकार हनन की बात चली। दरअसल सदन में नाईक ने उपसभापति श्री कुरियन से विशेषाधिकार को लेकर सवाल किए तो केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कहा कि एक राजनीतिज्ञ ने संसद के बाहर दूसरे राजनीतिज्ञ के विरूद्ध चुनावी भाषण दिया गया।
जिसके बाद इसे विशेषाधिकार हनन कहा गया। केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि एक राजनीतिज्ञ संसद के बाहर राजनीतिक भाषण देता है। प्रधानमंत्री चाहे तो संसद में या फिर ससंद से हटकर भ्रष्टाचार पर बोल सकते हैं। उन्हें रोका नहीं जा सकता है। मगर इसके बाद भी पीएम मोदी और रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को विशेषाधिकार हनन नोटिस दे दिया गया है।