भिलाई इस्पात संयंत्र में राज्य शासन की हाई लेवल कमेटी ने अपनी जांच पूरी कर ली। अंतिम दिन कमेटी ने रेल मिल यूआरएम, प्लेट मिल, सिंटरिंग प्लांट, फाउंड्री व रिफेक्ट्रीज प्लांट का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम के सदस्यों ने सुरक्षा से जुड़ी व्यवस्थाएं देखी। टीम अपनी रिपोर्ट चार दिनों के बाद राज्य शासन को सौंपेंगी।
भिलाई इस्पात संयंत्र में लगातार नौ दिनों में चार हादसे हुए थे। इसमें दो ठेका श्रमिक की मौत हो गई थी और आठ लोग घायल हो गए थे। एक जून से लेकर नौ जून तक यह हादसे हुए थे। इसके बाद राज्य सरकार ने हाई लेवल जांच कमेटी बनाई है। इसमें चार डिप्टी डायरेक्टर हेल्थ एंड सेफ्टी के अलावा श्रम विभाग के अन्य अफसर शामिल हैं। इनके द्वारा चार दिनों तक जांच की गई। आज अंतिम दिन था।
राज्य शासन द्वारा बनाई गई हाई लेवल कमेटी ने आज संयंत्र के भीतर उन कारखाना का निरीक्षण किया जहां पांच सौ से अधिक कर्मचारी और ठेका श्रमिक कार्यरत हैं। इन स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्थाओं, खामियों, ठेका श्रमिकों की कार्यकुशलता, कल्याण व सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति है या नहीं यह भी जानकारी ली गई। कमेटी ने संयंत्र के रेल मिल, यूआरएम, प्लेट मिल, फाउंड्री शाप, रिफ्रेक्ट्रीज एरिया में टीम के सदस्यों ने जांच की। उल्लेखनीय है कि इससे पहले बुधवार को सिटरिंग प्लांट- 3, पावर एंड ब्लोइंग प्लांट , प्रोटीन प्लांट ,कोक ओवंस, कोल केमिकल डिपार्टमेंट में जांच की गई थी।
दुर्घटनाजन्य स्थलों पर देखा इंतजाम
आज निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्यों ने संयंत्र के भीतर दुर्घटनाजन्य स्थलों पर सुरक्षा उपायों को देखा। वहां काम करने वाले नियमित एवं ठेका श्रमिकों से भी टीम के सदस्यों ने बातचीत की। संयंत्र द्वारा हादसों को टालने किए गए उपायों पर उनकी राय भी जानीं।
चार दिन बाद सौपेंगे रिपोर्ट
हाई लेवल कमेटी भिलाई इस्पात संयंत्र में की गई जांच के आधार पर चार दिनों के बाद राज्य शासन को अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। इसमें संयंत्र में मिली सुरक्षा खामियों को रखा जाएगा। साथ ही सुझाव भी दिए जांएगे। इसके अलावा समय समय पर टीम निगरानी भी करेगी।