आज हम बता रहे हैं कि कैसे भिंडी डायबिटीज़ और कैंसर के मरीज़ों के लिए किसी रामबाण से कम नहीं होती। इसे सुपरफूड कहा जाता है क्योंकि यह पोटैशियम विटामिन-बी विटामिन-सी फॉलिक एसिड और कैल्शियम से भरपूर होती है।
भिंडी एक ऐसी सब्ज़ी है जिसे शायद ही कोई नापसंद करता हो। अगर आप भी भिंडी के फैन हैं, तो आपके लिए खुश ख़बरी है। भिंडी न सिर्फ डायबिटीज़ के मरीज़ों बल्कि कैंसर के लिए किसी रामबाण से कम नहीं। आप शायद ही जानते हों कि भिंडी को सुपरफूड माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें पोटेशियम, विटामिन-बी, विटामिन-सी, फॉलिक एसिड और कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है। यह कैलोरी में कम और फाइबर से भरी होती है।
डायबिटीज़ में कैसे लाभदायक है भिंडी
ऐसा देखा गया है कि अगर आपकी डायबिटीज़ शुरुआती स्तर पर है, तो भिंडी से आपको काफी फायदा हो सकता है। स्टडी में पाया गया कि जिन लोगों ने भिंडी का पानी पिया उनका ब्लड शुगर स्तर नीचे जाने लगता है। यहां तक कि तुर्की में डायबिटीज़ के इलाज के लिए सदियों से भुनी हुई भिंडी का इस्तेमाल होता आ रहा है।
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती है भिंडी
शोध में पाया गया कि मधुमेह वाले लोगों में उच्च कोलेस्ट्रॉल होने की संभावना ज़्यादा होती है। इसलिए शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को मैनेज करने के लिए एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर से भरपूर फूड्स का सेवन बेहतर साबित होता है। मधुमेह की जटिलताओं को कम करने के लिए अच्छी हेल्थ बनाए रखना ज़रूरी है।
फाइबर से भरपूर होती है भिंडी
भिंडी में फाइबर काफी होता है, जो मधुमेह के उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उच्च फाइबर के कारण इसे एंटी-डायबिटिक फूड भी माना जाता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को कंट्रोल में करता है। यह बेहतर ग्लाइसेमिक नियंत्रण को भी बढ़ावा देता है और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करता है। यह न सिर्फ डायबिटीज़ बल्कि, अपच, भूख कम करना और पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखना स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती है।
एंटीऑक्सीडेंट्स भी हैं खूब
भिंडी एंटीऑक्सिडेंट से भी भरपूर होती है, जो तनाव के स्तर को कम करती है। डायबिटीज़ में डाइट के साथ हमारी लाइफस्टाइल भी मायने रखती है। डायबिटीज़ के प्रबंधन के लिए तनाव पर कंट्रोल करना भी ज़रूरी है।
भिंडी को डाइट में कैसे शामिल करें?
– भिंडी को बनाने के कई तरीके हैं, इसमें प्याज़ और टमाटर मिलाकर तैयार किया जा सकता है।
– भिंडी को काटकर पानी में रात भर डुबोकर रख दें, फिर सुबह उठकर इसका पानी पिएं।
– आप भिंडी के बीज के पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।