चीन और उसके पड़ोसी देश फिलीपींस के बीच तनाव जगजाहिर है। भारत के साथ भी सीमा विवाद की वजह के चीन के रिश्ते बेहतर नहीं हैं। अब भारत चीन की टेंशन बढ़ाने जा रहा है। भारत ने बुधवार को फिलीपींस को भारतीय रक्षा उद्योग के साथ मिलकर सैन्य उपकरणों के सह-विकास और सह-उत्पादन में भागीदारी के लिए आमंत्रित किया।
रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने मनीला में भारत-फिलीपींस संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की पांचवीं बैठक में अपने संबोधन में इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे भारत अपनी रक्षा निर्माण क्षमताओं को बढ़ा रहा है और विभिन्न देशों को सैन्य हार्डवेयर निर्यात कर रहा है। इस दौरान दोनों पक्षों ने व्हाइट शिपिंग के क्रियान्वयन और मनीला स्थित भारतीय दूतावास में एक रक्षा शाखा खोलने के फैसले को सराहा।
व्हाइट शिपिंग के क्या होगा?
व्हाइट शिपिंग के तहत दोनों देशों के बीच समुद्री सुरक्षा के लिए सूचना आदान-प्रदान की जाती है। यह सूचना समुद्री यातायात की निगरानी और सुरक्षा में मदद करती है। इन पहलों का मुख्य मकसद भारत और फिलीपींस के बीच रक्षा और रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाना है।
चीन की होगी निगरानी
खासकर चीन की दक्षिण चीन सागर में आक्रामक गतिविधियों को देखते हुए यह महत्वपूर्ण है। वार्ता में भारत और फिलीपींस ने अपनी रक्षा और रणनीतिक साझेदारी की व्यापक समीक्षा भी की।